भारत के मुश्किल वक़्त में बहुत से महापुरुषों ने अदम्य साहस दिखाते हुए अपना-अपना योगदान दिया है उन्ही में से एक हैं बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जिन्होने सच्चे मन से देश कि सेवा की | देश के संविधान को आकार देने वाले और दिग्गज समाज सुधारक भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल साल 1891 में हुआ था | वे कभी भी अपने लक्ष्य से पीछे नहीं हटे व देश के कमजोर तबके को आगे बढ़ाने के लिए बराबर संघर्ष करते रहे | डॉ. अंबेडकर की 125वीं जयंती के मौके पर जानिए उनके जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातें |
बाबा साहब अंबेडकर के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातें--
--> बाबा साहब का नाम अम्बाबाडेकर था , लेकिन उनके गुरु महादेव अंबेडकर ने उनका नाम बीआर अंबेडकर करा दिया |
-->डॉ. बीआर देश के पहले कानून मंत्री थे |--> बाबा साहब मुंबई के गवर्नमेंट लॉ कॉलेज में प्रिंसीपल भी रहे |
--> वे देश के पहले ऐसे व्यक्ति थे जिनहोने देश से बाहर जाकर अर्थशास्त्र में पीएचडी की उपाधि धारण की |
--> भारतीय संविधान के आर्टिकल 370 के विरोधी थे |
--> वर्ष 1935 में भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना में भी उनकी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका थी |
--> बाबा साहब की ऑटोबायोग्राफी का नाम वेटिंग फॉर वीजा है |
--> उन्होंने हिंदू धर्म में व्याप्त छूआछूत, दलितों, महिलाओं और मजदूरों से भेदभाव जैसी कुरीति के खिलाफ आवाज बुलंद की और इस लड़ाई को धार दी |
--> साल 1956 में उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया, जिसके कारण उनके साथ लाखों दलितों ने भी बौद्ध धर्म को अपना लिया |
--> उनका मानना था कि मानव प्रजाति का लक्ष्य अपनी सोच में सतत सुधार लाना है |
--> वे कहते थे कि शिक्षित बनो! संगठित रहो! संघर्ष करो |
14th April, 2016