यूरिड मीडिया ब्यूरो --
वैसे बारिश एक किसानो के लिए कितनी मायने रखती है सायद इसे सिर्फ एक किसान ही बयां कर सकता है। आज हम आपको एक ऐसी खबर बतानें जा रहै जिसे पढ कर सायद आप विचलीत हो जाएंगे. जी हां पूर्वी भारत में बारिश नहीं होने से किसान इतने परेशान हैं की वे अपनी अविवाहित बेटियों को नग्न होकर खेतों को जोतने के लिए केह रहे है । ऐसा इसलिए, ताकि बारिश के देवता को शर्मिंदा किया जा सके और मानसूनी बारिश के लिए उन्हें मजबूर किया जा सके। इन इलाकों में मानसूनी बारिश की जबरदस्त जरूरत है ताकि खेतों में बुवाई की जा सके ।
क्यूँ किया जाता है ऐसा काम--
- प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि बिहार के खेतों में सूर्यास्त के बाद देवताओं का आह्वान करने के लिए लड़कियों ने नग्न होकर खेतों को जोता। इस दौरान वे प्राचीन भजनों का जाप करती रहीं।
- ग्राम पंचायत अधिकारी उपेंद्र कुमार ने बताया कि ग्रामीणों का मानना है कि उनके इस काम से बारिश के देवता बुरी तरह शर्मिंदा होंगे।
- बारिश के लिए इलाके में यह बहुत विश्वसनीय समाजिक प्रथा है। ग्रामीणों ने शपथ ली है कि जब तक जबरदस्त बारिश नहीं होती है, वे इस प्रथा को जारी रखेंगे।
- पिछले आठ दशकों में इस साल भारत में बारिश की शुरुआत सबसे खराब हुई है और ऐसे में कुछ राज्यों में सूखा पड़ा है। ऐसे में बारिश का होना अच्छी फसलों के लिए काफी अहम हो गया है।
यूरिड मीडिया ब्यूरो --
वैसे बारिश एक किसानो के लिए कितनी मायने रखती है सायद इसे सिर्फ एक किसान ही बयां कर सकता है। आज हम आपको एक ऐसी खबर बतानें जा रहै जिसे पढ कर सायद आप विचलीत हो जाएंगे. जी हां पूर्वी भारत में बारिश नहीं होने से किसान इतने परेशान हैं की वे अपनी अविवाहित बेटियों को नग्न होकर खेतों को जोतने के लिए केह रहे है । ऐसा इसलिए, ताकि बारिश के देवता को शर्मिंदा किया जा सके और मानसूनी बारिश के लिए उन्हें मजबूर किया जा सके। इन इलाकों में मानसूनी बारिश की जबरदस्त जरूरत है ताकि खेतों में बुवाई की जा सके ।
क्यूँ किया जाता है ऐसा काम--
वैसे बारिश एक किसानो के लिए कितनी मायने रखती है सायद इसे सिर्फ एक किसान ही बयां कर सकता है। आज हम आपको एक ऐसी खबर बतानें जा रहै जिसे पढ कर सायद आप विचलीत हो जाएंगे. जी हां पूर्वी भारत में बारिश नहीं होने से किसान इतने परेशान हैं की वे अपनी अविवाहित बेटियों को नग्न होकर खेतों को जोतने के लिए केह रहे है । ऐसा इसलिए, ताकि बारिश के देवता को शर्मिंदा किया जा सके और मानसूनी बारिश के लिए उन्हें मजबूर किया जा सके। इन इलाकों में मानसूनी बारिश की जबरदस्त जरूरत है ताकि खेतों में बुवाई की जा सके ।
क्यूँ किया जाता है ऐसा काम--
- प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि बिहार के खेतों में सूर्यास्त के बाद देवताओं का आह्वान करने के लिए लड़कियों ने नग्न होकर खेतों को जोता। इस दौरान वे प्राचीन भजनों का जाप करती रहीं।
- ग्राम पंचायत अधिकारी उपेंद्र कुमार ने बताया कि ग्रामीणों का मानना है कि उनके इस काम से बारिश के देवता बुरी तरह शर्मिंदा होंगे।
- बारिश के लिए इलाके में यह बहुत विश्वसनीय समाजिक प्रथा है। ग्रामीणों ने शपथ ली है कि जब तक जबरदस्त बारिश नहीं होती है, वे इस प्रथा को जारी रखेंगे।
- पिछले आठ दशकों में इस साल भारत में बारिश की शुरुआत सबसे खराब हुई है और ऐसे में कुछ राज्यों में सूखा पड़ा है। ऐसे में बारिश का होना अच्छी फसलों के लिए काफी अहम हो गया है।
17th July, 2016