यूरीड मीडिया ब्यूरो
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JDU के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने जल चढाने जाने वाले शिव भक्त कांवड़ियों की कांवड़ यात्रा को लेकर विवादित बयान दिया है। शरद यादव नें कहा कि कांवड़ यात्रा में भीड़ होना बेकारी और बेरोजगारी कि निशानी है, अगर कांवड़ियों के पास काम होता तो सड़क पर इतने तादाद में नहीं दिखते। केंद्र पर निशाना साधते हुए पार्टी के पूर्व अध्यक्ष का कहना था कि केंद्र सरकार ने जो भी वादे किए थे, वह अभी तक पूरे नहीं कर सकी। शरद यादव ने यह बयान कानपुर में एक सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता के दौरान दिया। शरद यादव के इस बयान से शिव भक्तों के साथ ही धर्मगुरु भी नाराज हैं। सुमेरू पीठाधीश्वर स्वामी नरेंद्र नंद, अखाड़ा परिषद के नरेंद्र गिरि और आत्मानंद ब्रह्मचारी, हिंदू महासभा के स्वामी चक्रपाणी ने इस बयान पर विरोध दर्ज करवाया है। उत्तर भारत में सावन के महीने में शिव भक्त जलाभिषेक के लिए निकलते हैं। सालों से ये परंपरा चली आ रही है। इनमें हर तबके के भक्त होते हैं. ऐसे में भक्तों को बेरोजगार बता कर शरद यादव बुरी तरह से घिर गए हैं।
- सड़क पर घूमने वाले पशुओं को मुसीबत बताते हुए शरद यादव ने कहा कि गो भक्तों को इसके लिए आगे आना चाहिए।
- यादव ने कहा जदयू यूपी चुनाव में सपा या बीजेपी के साथ गठबंध नहीं करेगी।
- उप्र में सरकार बनी तो यहां भी शराब बंदी सबसे पहले करेंगे।
- सपा विकास का ढिंढोरा पीट रही है, लेकिन कानून व्यवस्था के बिना विकास का रास्ता तय नहीं होता।
क्लिक करे-- केंद्र के 31% और राज्यों के 34% मंत्रियों पर जुर्म का दाग
यूरीड मीडिया ब्यूरो
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JDU के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने जल चढाने जाने वाले शिव भक्त कांवड़ियों की कांवड़ यात्रा को लेकर विवादित बयान दिया है। शरद यादव नें कहा कि कांवड़ यात्रा में भीड़ होना बेकारी और बेरोजगारी कि निशानी है, अगर कांवड़ियों के पास काम होता तो सड़क पर इतने तादाद में नहीं दिखते। केंद्र पर निशाना साधते हुए पार्टी के पूर्व अध्यक्ष का कहना था कि केंद्र सरकार ने जो भी वादे किए थे, वह अभी तक पूरे नहीं कर सकी। शरद यादव ने यह बयान कानपुर में एक सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता के दौरान दिया। शरद यादव के इस बयान से शिव भक्तों के साथ ही धर्मगुरु भी नाराज हैं। सुमेरू पीठाधीश्वर स्वामी नरेंद्र नंद, अखाड़ा परिषद के नरेंद्र गिरि और आत्मानंद ब्रह्मचारी, हिंदू महासभा के स्वामी चक्रपाणी ने इस बयान पर विरोध दर्ज करवाया है। उत्तर भारत में सावन के महीने में शिव भक्त जलाभिषेक के लिए निकलते हैं। सालों से ये परंपरा चली आ रही है। इनमें हर तबके के भक्त होते हैं. ऐसे में भक्तों को बेरोजगार बता कर शरद यादव बुरी तरह से घिर गए हैं।
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JDU के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने जल चढाने जाने वाले शिव भक्त कांवड़ियों की कांवड़ यात्रा को लेकर विवादित बयान दिया है। शरद यादव नें कहा कि कांवड़ यात्रा में भीड़ होना बेकारी और बेरोजगारी कि निशानी है, अगर कांवड़ियों के पास काम होता तो सड़क पर इतने तादाद में नहीं दिखते। केंद्र पर निशाना साधते हुए पार्टी के पूर्व अध्यक्ष का कहना था कि केंद्र सरकार ने जो भी वादे किए थे, वह अभी तक पूरे नहीं कर सकी। शरद यादव ने यह बयान कानपुर में एक सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता के दौरान दिया। शरद यादव के इस बयान से शिव भक्तों के साथ ही धर्मगुरु भी नाराज हैं। सुमेरू पीठाधीश्वर स्वामी नरेंद्र नंद, अखाड़ा परिषद के नरेंद्र गिरि और आत्मानंद ब्रह्मचारी, हिंदू महासभा के स्वामी चक्रपाणी ने इस बयान पर विरोध दर्ज करवाया है। उत्तर भारत में सावन के महीने में शिव भक्त जलाभिषेक के लिए निकलते हैं। सालों से ये परंपरा चली आ रही है। इनमें हर तबके के भक्त होते हैं. ऐसे में भक्तों को बेरोजगार बता कर शरद यादव बुरी तरह से घिर गए हैं।
- सड़क पर घूमने वाले पशुओं को मुसीबत बताते हुए शरद यादव ने कहा कि गो भक्तों को इसके लिए आगे आना चाहिए।
- यादव ने कहा जदयू यूपी चुनाव में सपा या बीजेपी के साथ गठबंध नहीं करेगी।
- उप्र में सरकार बनी तो यहां भी शराब बंदी सबसे पहले करेंगे।
- सपा विकास का ढिंढोरा पीट रही है, लेकिन कानून व्यवस्था के बिना विकास का रास्ता तय नहीं होता।
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6th August, 2016