नई दिल्ली:
रियो ओलंपिक में पदक की दौड़ से बाहर हो चुकी महिला हॉकी टीम के कोच नील हॉगुड ने कहा है कि उनकी टीम में तेज रफ्तार से खेलने वाले खिलाड़ी नहीं थे। भारत को अर्जेंटीना ने 5-0 से हराया जो उसकी लगातार तीसरी हार थी। भारत ने एकमात्र अंक जापान से पहला मैच ड्रॉ खेलकर हासिल किया। नील हॉगुड ने कहा, हमारे पास तेज हाथ हैं लेकिन तेज पैर नहीं। यह बदलाव लोगों को लाना होगा। आपके पास सबसे बेहतरीन, प्रतिभाशाली और कुशल खिलाड़ी हो सकते हैं लेकिन यदि वे दौड़ नहीं सकते तो सब बेकार है। हमारे पास तेज रफ्तार एथलीट नहीं हैं।
हार की भारत में क्या प्रतिक्रिया होगी -
- कोच ने कहा, ‘उम्मीद है कि ठीक होगी। मैं काफी निराशा हूं लेकिन कई बार आप कहते हैं कि ये लड़कियां खेल सकती हैं।
- उम्मीद है कि देश में इसकी कद्र की जाएगी,उन्होंने भारत के प्रदर्शन के बारे में कहा, कई बार ऐसे चरण थे जहां हमने अच्छा खेला और कई बार नहीं।
- यदि आपने 36 साल तक कुछ नहीं किया तो आपको भुला दिया जाता है।
- मुझे नहीं पता कि वास्तव में क्या अपेक्षा की जानी चाहिए, मैं उम्मीद कर रहा था कि हमें अच्छे नतीजे मिलेंगी।
रियो ओलंपिक में पदक की दौड़ से बाहर हो चुकी महिला हॉकी टीम के कोच नील हॉगुड ने कहा है कि उनकी टीम में तेज रफ्तार से खेलने वाले खिलाड़ी नहीं थे। भारत को अर्जेंटीना ने 5-0 से हराया जो उसकी लगातार तीसरी हार थी। भारत ने एकमात्र अंक जापान से पहला मैच ड्रॉ खेलकर हासिल किया। नील हॉगुड ने कहा, हमारे पास तेज हाथ हैं लेकिन तेज पैर नहीं। यह बदलाव लोगों को लाना होगा। आपके पास सबसे बेहतरीन, प्रतिभाशाली और कुशल खिलाड़ी हो सकते हैं लेकिन यदि वे दौड़ नहीं सकते तो सब बेकार है। हमारे पास तेज रफ्तार एथलीट नहीं हैं।
- कोच ने कहा, ‘उम्मीद है कि ठीक होगी। मैं काफी निराशा हूं लेकिन कई बार आप कहते हैं कि ये लड़कियां खेल सकती हैं।
- उम्मीद है कि देश में इसकी कद्र की जाएगी,उन्होंने भारत के प्रदर्शन के बारे में कहा, कई बार ऐसे चरण थे जहां हमने अच्छा खेला और कई बार नहीं।
- यदि आपने 36 साल तक कुछ नहीं किया तो आपको भुला दिया जाता है।
- मुझे नहीं पता कि वास्तव में क्या अपेक्षा की जानी चाहिए, मैं उम्मीद कर रहा था कि हमें अच्छे नतीजे मिलेंगी।
16th August, 2016