लखनऊ:- सूबे की सत्ता में आने को बेताब एक राष्ट्रीय पार्टी के गत दिनों लखनऊ में हुए कार्यक्रम में व्यवस्था के नाम पर खर्च के लिए जिम्मेदार कार्यकर्ताओं को जो लाखों रूपये बाटे गए उनमे पांच सौ रूपये के ज्यादातर नोट नकली रहे। पार्टी के इन कार्यकर्ताओं को अपने ठगे जाने का एहसास तब हुआ जब वो दूकान पर नोट देकर सामान खरीदना चाहे |अब पार्टी कार्यालय पर जिम्मेदार कार्यकर्त्ता एक दूसरे से पूछते फिर रहे हैं कि आपको कितने नकली नोट मिले।
अभी तक जो राजनीतिक दल नकली नोटों के चलन व चलाने वालों को देशद्रोही कहते रहे और पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई द्वारा जारी नकली नोटों की खेप भारत में भेजे जाने पर चिंता जताते रहे ,बीते हफ्ते उन्ही के प्रांतीय स्तर के लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में करीब तीन लाख रूपये जिनमे अधिकतर पांच सौ के नकली नोट व्यवस्था खर्च के नाम पर जिम्मेदार कार्यकर्ताओं को बाटे गए | यह वितरण कार्यक्रम आयोजन के लिए जिम्मेदार प्रांतीय स्तर के नेता द्वारा किया गया।
इन नकली नोटों का खुलासा तो तब हुआ जब जिम्मेदार कार्यकर्त्ता अन्य साथियों के साथ विभिन्न खर्चों का भुगतान किया तब दुकानदारों व अन्य व्यवसाइयों ने पांच सौ के नोटों को यह कहकर वापस कर दिया कि दूसरे नोट दे दो यह नोट नकली हैं।इनमे से कुछ नोट फल व सब्जी बेचने वाले दुकानदारों ने असली समझ रख भी लिये हैं |करीब दो दर्जन कार्यकर्त्ता अब भी सैकड़ों नोट जेब में रख कर अब उन्हें चलाने की जुगत में घूम रहे हैं | मजेदार बात तो यह है कि कार्यक्रम के आयोजक रहते तो लखनऊ में जरुर हैं लेकिन उनका कारोबार पूरे प्रदेश में फैला है और सभी राजनीतिक दलों में उनकी अच्छी पकड़ है |यह भी पता चला है कि यह पांच सौ के लाखों रूपये के नकली नोट नेताजी को पार्टी में शामिल कराने के लिए चंदे के रूप में मिले थे।
साभार-आपकीखबर
7th September, 2016