नई दिल्ली:-
रिलायंस जियो के साथ इंटरकनेक्शन पाइंट्स पर चल रहे घमासान के बाद एयरटेल कनेक्टिविटी देने को राजी हो गया। आइडिया ने इस बात की घोषणा पहले से ही कर दी थी। उधर जियो ने टेलिकॉम ऑपरेटरों के इस आरोप को खारिज किया कि उसके मोबाइल नेटवर्क से ट्रैफिक की 'सुनामी' आ जाएगी। बयान में कहा गया कि वर्तमान ऑपरेटर इतनी सामान्य कॉल दर को रिलायंस जियो के ट्रैफिक की सुनामी बता रहे हैं। पांच सितंबर को वाणिज्यिक रूप से सेवाएं शुरू करने वाली रिलायंस जियो ने वर्तमान टेलीकॉम कंपनियों पर पर्याप्त संख्या में इंटर कनेक्शन पोर्ट नहीं देने का आरोप लगाया है जिससे कॉल ड्रॉप की समस्या हो रही है.
उपभोक्ताओं को मिलेगी राहत--
- एयरटेल ने कहा है कि ये पोर्ट नए ऑपरेटर के 1.5 उपभोक्ताओं को समर्थन देने के लिए पर्याप्त होंगे।
- एयरटेल ने बयान में कहा, ‘हम जियो को उसकी व्यावसायिक पेशकश शुरू होने से कहीं पहले पॉइंट ऑफ इंटरकनेक्ट उपलब्ध करा रहे हैं।
- इसके साथ ही पीओआई की कुल संख्या मौजूदा पीओआई की संख्या से तिगुना हो जाएगी'।
- एक दिन पहले ही आइडिया सेल्युलर ने जियो को अधिक पीओआई उपलब्ध कराने की पेशकश की थी।
- आइडिया ने सोमवार को कहा था कि उसने अग्रसारी तरीके से जियो के साथ क्षमता को बढ़ाकर 65 लाख उपभोक्ताओं तक करने का फैसला किया है।
- इसके लिए जल्द 196 अतिरिक्त पीओआई जारी किए जाएंगे।
ट्राई ने किया था हस्तक्षेप--
- भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने इस मामले को निपटाने के लिए हस्तक्षेप किया था।
- नियामक ने चेताया है कि जो दूरसंचार ऑपरेटर सेवाओं की खराब गुणवत्ता के लिए जिम्मेदार पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- एयरटेल ने कहा है कि वह एक जिम्मेदार संगठन है जो नियमनों तथा इंटरकनेक्ट करारों का उसकी शब्द और भावना के अनुरूप अनुपालन करने को प्रतिबद्ध है।
नई दिल्ली:-
रिलायंस जियो के साथ इंटरकनेक्शन पाइंट्स पर चल रहे घमासान के बाद एयरटेल कनेक्टिविटी देने को राजी हो गया। आइडिया ने इस बात की घोषणा पहले से ही कर दी थी। उधर जियो ने टेलिकॉम ऑपरेटरों के इस आरोप को खारिज किया कि उसके मोबाइल नेटवर्क से ट्रैफिक की 'सुनामी' आ जाएगी। बयान में कहा गया कि वर्तमान ऑपरेटर इतनी सामान्य कॉल दर को रिलायंस जियो के ट्रैफिक की सुनामी बता रहे हैं। पांच सितंबर को वाणिज्यिक रूप से सेवाएं शुरू करने वाली रिलायंस जियो ने वर्तमान टेलीकॉम कंपनियों पर पर्याप्त संख्या में इंटर कनेक्शन पोर्ट नहीं देने का आरोप लगाया है जिससे कॉल ड्रॉप की समस्या हो रही है.
रिलायंस जियो के साथ इंटरकनेक्शन पाइंट्स पर चल रहे घमासान के बाद एयरटेल कनेक्टिविटी देने को राजी हो गया। आइडिया ने इस बात की घोषणा पहले से ही कर दी थी। उधर जियो ने टेलिकॉम ऑपरेटरों के इस आरोप को खारिज किया कि उसके मोबाइल नेटवर्क से ट्रैफिक की 'सुनामी' आ जाएगी। बयान में कहा गया कि वर्तमान ऑपरेटर इतनी सामान्य कॉल दर को रिलायंस जियो के ट्रैफिक की सुनामी बता रहे हैं। पांच सितंबर को वाणिज्यिक रूप से सेवाएं शुरू करने वाली रिलायंस जियो ने वर्तमान टेलीकॉम कंपनियों पर पर्याप्त संख्या में इंटर कनेक्शन पोर्ट नहीं देने का आरोप लगाया है जिससे कॉल ड्रॉप की समस्या हो रही है.
उपभोक्ताओं को मिलेगी राहत--
- एयरटेल ने कहा है कि ये पोर्ट नए ऑपरेटर के 1.5 उपभोक्ताओं को समर्थन देने के लिए पर्याप्त होंगे।
- एयरटेल ने बयान में कहा, ‘हम जियो को उसकी व्यावसायिक पेशकश शुरू होने से कहीं पहले पॉइंट ऑफ इंटरकनेक्ट उपलब्ध करा रहे हैं।
- इसके साथ ही पीओआई की कुल संख्या मौजूदा पीओआई की संख्या से तिगुना हो जाएगी'।
- एक दिन पहले ही आइडिया सेल्युलर ने जियो को अधिक पीओआई उपलब्ध कराने की पेशकश की थी।
- आइडिया ने सोमवार को कहा था कि उसने अग्रसारी तरीके से जियो के साथ क्षमता को बढ़ाकर 65 लाख उपभोक्ताओं तक करने का फैसला किया है।
- इसके लिए जल्द 196 अतिरिक्त पीओआई जारी किए जाएंगे।
ट्राई ने किया था हस्तक्षेप--
- भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने इस मामले को निपटाने के लिए हस्तक्षेप किया था।
- नियामक ने चेताया है कि जो दूरसंचार ऑपरेटर सेवाओं की खराब गुणवत्ता के लिए जिम्मेदार पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- एयरटेल ने कहा है कि वह एक जिम्मेदार संगठन है जो नियमनों तथा इंटरकनेक्ट करारों का उसकी शब्द और भावना के अनुरूप अनुपालन करने को प्रतिबद्ध है।
14th September, 2016