नई दिल्ली--- दिल्ली के संगम विहार इलाके में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के एटीएम से 2 हजार रुपये के नकली नोट निकलने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने निशाना साधा है। इस घटना को लेकर अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की।
आम आदमी पार्टी सुप्रीमो ने अपने ट्वीट में कहा है- 'जब एक प्रधानमंत्री सही ढंग से नोटों की छपाई नहीं कर सकता, तो फिर वह देश कैसे चला सकता है? उन्होंने पूरे देश को हंसी का पात्र बनाकर रख दिया है।'
जो प्रधान मंत्री नोट ठीक से नहीं छाप सकता वो देश क्या चलाएगा। पूरे देश का मज़ाक़ बना के रख दिया।
वहीं, एक अन्य ट्वीट में अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी के साथ रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को निशाने पर लिया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा है-'किसने छापे, ATM कैसे पहुंचे? बड़ा संगीन मामला है। कोई जांच होगी या मोदी जी इसे भी वैसे ही दबा देंगे जैसे अपने बाक़ी पाप दबा देते हैं?'
ये किसने छापे, ATM कैसे पहुँचे? बड़ा संगीन मामला है। कोई जाँच होगी या मोदी जी इसे भी वैसे ही दबा देंगे जैसे अपने बाक़ी पाप दबा देते हैं?
यह है पूरा मामला
एसबीआइ के एटीएम से नकली नोट निकने का मामला छह फरवरी है। रोहित कुमार नामक एक शख्स ने 6 फरवरी को इस एटीएम से 8 हजार रुपये की निकासी की थी। इस दौराने रोहित के हाथ 2000 रुपये के 4 नोट आए।
चूरन लेबल' लिखा था नोटों पर
एटीएम से नोट निकलने पर रोहित नोटों को देखने पर वह हैरान रह गए। रोहित के मुताबिक, फर्जी नोट पर आधिकारिक निशान की जगह एक छोटे बॉक्स में 'चूरन लेबल' लिखा हुआ था, जबकि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की जगह इंटरटेनमेंट बैंक ऑफ इंडिया दर्ज था। इतना ही नहीं नोट में धारक को 2000 रुपये की जगह 2000 'कूपन' की बात लिखी हुई थी। केंद्रीय सरकार की जगह बच्चों की सरकार (चिल्ड्रेन्स गर्वनमेंट) का जिक्र है। नोट पर आरबीआइ की मुहर की जगह 'PK' दर्ज है।
नकली नोट निकलने की सूचना एटीएम के सिक्योरिटी गार्ड ने अपने सीनियर को सूचना दी। इसके बाद तुरंत एटीएम को बंद कर दिया गया। यह एटीएम तब से लेकर अभी तक आउट ऑफ सर्विस है। वहीं, शिकायत पर जब एक पुलिसकर्मी मामले की तहकीकात करने पहुंचा तो उसे भी एक फर्जी नोट मिला। इस मामले में धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है।
वहीं, कहा जा रहा है कि एटीएम में जिस शख्स ने आखिरी बार पैसे डाले थे, उसकी पहचान सीसीटीवी से हो गई है। संगम विहार थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 406, धारा 409 और धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बैंक ने एसबीआई एटीएम के लिए काम करने वाली ब्रिंक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के संरक्षक मोहम्मद ईशा की इस मामले में जवाबदेही तय की है क्योंकि घटना के वक्त वही संरक्षक थे।
वहीं, हालांकि, ईशा ने इस घटना में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है, लेकिन उनसे पूछताछ की जा रही है। नोटों पर आरबीआई की जगह पीके भी लिखा था और बायीं ओर के सिरे पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की जगह ‘भारतीय मनोरंजन बैंक’ लिखा था। पीड़ित व्यक्ति रोहित कुमार ने पुलिस को बताया कि उनके खाते में 8,425.85 रुपए थे, जिनमें से उन्होंने 8,000 रुपए निकाले जो दो-दो हजार रुपए के नकली नोट थे ।
23rd February, 2017