प्रधानमंत्री द्वारा पुखरायां रेल हादसे की साजिश पाकिस्तान में स्वीकारने के बाद चर्चा छिड़ गई कि क्या निकट भविष्य में पाकिस्तान पर फिर सर्जिकल स्ट्राइक या ऐसी ही कोई कार्रवाई अमल में आएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पुखरायां रेल हादसे की साजिश पाकिस्तान में रची जाने की बात अनायास ही नहीं है। सूत्रों के अनुसार इस मामले को लेकर पिछले एक महीने में एनआईए और अन्य खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों ने कानपुर में डेरा डाला हुआ है। विभिन्न रूप धर कर वे घटना के तार पाकिस्तान से जुड़े होने के हर पहलू का लगातार एक्स-रे कर रहे हैं। इस दौरान उन्हें कुछ ठोस इनपुट मिले हैं। इस आधार पर ही प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को गोंडा में चुनावी सभा में यह बात कही। माना जा रहा है कि पीएम के रुख का असर पाकिस्तान को लेकर कूटनीति और रणनीति दोनों में दिख सकता है।
पुखरायां में 20 नवंबर 2016 को इंदौर-पटना एक्सप्रेस के डिरेलमेंट में 152 यात्रियों की मौत हुई थी और 300 से अधिक यात्री घायल हुए। इसके बाद 28 दिसंबर 2016 को रूरा में सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस डिरेलमेंट में करीब 70 यात्री गंभीर रूप से घायल हुए। तब तक रेलवे इसे हादसा मानकर ही जांच कर रहा था लेकिन 31 दिसंबर की रात में मंधना में फर्रुखाबाद पैसेंजर ट्रेन को पलटाने की साजिश का खुलासा हुआ। कुछ असामाजिक तत्वों ने पटरी काट रहे थे लेकिन नाइट पेट्रोलिंग के दौरान ट्रैकमैनों को देखकर वह लोग भाग निकले। मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश के बाद टीम ने मौका मुआयना किया। हालांकि पुखरायां हादसे के मास्टरमाइंड का खुलासा बिहार के सीतामढ़ी में गिरफ्तार आईएसआई एजेंटों ने कर दिया। इसके बाद मामले की गंभीरता समझ आई और एनआईए ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
ये है पीएम मोदी का बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को गोंडा की चुनावी रैली में कहा कि कानपुर रेल हादसे की साजिश सीमा पार से रची गई। मोदी ने कानपुर रेल हादसे का जिक्र करते हुए नेपाल से सटे गाेंडा में सुरक्षा इंतजाम पर सवाल खड़े किए। उन्होंने सपा-बसपा पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि 11 मार्च को यूपी में केसरिया होली होगी।
मोदी ने कानपुर के पुखरायां में हुए रेल हादसे का जिक्र करते हुए कहा कि जांच से पता चला है कि यह एक साजिश थी। हादसे में 150 लोग मारे गए थे और इसकी साजिश सीमा पार से रची गई। गोंडा नेपाल से सटा है। अगर सीमा पार बैठे दुश्मन यहां अपनी साजिश को अंजाम देना चाहते हैं तो क्या गोंडा में और अधिक सतर्कता नहीं बरती जानी चाहिए।
25th February, 2017