यूरिड मीडिया डेस्क
-श्रीलंका में भारी बाढ़ और जमीन खिसकने से 90 लोगों की मौत हो गई. इस आपदा के चलते 110 लोग लापता हैं. दक्षिण पश्चिम मानसून ने यहां तबाही मचा दी है. सैकड़ों मकान नष्ट हो गए हैं और कई सड़कें टूट गई हैं. श्रीलंका में लगभग 40 साल बाद इस तरह की बारिश हुई है. इससे पहले 1970 के दशक में इतनी जबरदस्त बारिश दर्ज की गई थी.
भारी बारिश से आई बाढ़ के कारण सात जिलों में 20,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं. खबरों के मुताबिक गाले सबसे बुरी तरह प्रभावित जिला है जहां 7,157 लोग इससे प्रभावित हुए हैं.
मोदी ने ट्वीट में कहा...
मोदी ने ट्वीट में कहा, हम इस मुश्किल घड़ी में हमारे श्रीलंकाई भाइयों एवं बहनों के साथ खड़े हैं. उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, कोलंबो में पहला पोत कल सुबह पहुंचेगा. दूसरा पोत रविवार को पहुंचेगा. इसके अलावा और भी सहायता भेजी जा रही है.
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Narendra Modi ✔ @narendramodi
We stand with our Sri Lankan brothers and sisters in their hour of need.
फंसे लोगों को हेलीकॉप्टरों के जरिए राहत...
गनकानदा ने बताया कि सरकार ने राहत के लिए अंतरराष्ट्रीय संगठनों को सतर्क कर दिया है. उप मंत्री करूणारत्ने परनाविताना ने कहा कि विदेश मंत्रालय हालात की निगरानी कर रहा है और जरूरत के मुताबिक सहायता मांगेगा. श्रीलंकाई वायु सेना और नौसेना बाढ़ में फंसे लोगों को हेलीकॉप्टरों और नौकाओं के जरिए राहत मुहैया करने के लिए काम कर रही है.
600 मिमी अधिक बारिश
राहत अधिकारियों ने कहा कि मानसून की उम्मीद तो थी लेकिन जितनी बारिश दर्ज की गई उसकी उम्मीद नहीं थी. कुछ इलाकों में 600 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई, वहीं बुरी तरह से प्रभावित अन्य इलाकों में 300 से 500 मिमी बारिश दर्ज की गई.
कुछ दिनों में और अधिक बारिश होने की उम्मीद
मौसम विभाग प्रमुख आरएस जयशेखर ने बताया कि मानसून का चरम पार हो गया लेकिन अगले कुछ दिनों में और अधिक बारिश होने की उम्मीद है. यह 30 मई को फिर से तेज होने की उम्मीद है. अधिकारियों ने बताया कि कलुतारा में भूस्खलन से और रत्नापुरा जिले में बाढ़ से ज्यादातर लोग मारे गए हैं.
कई हिस्सों में मुसलाधार बारिश
उन्होंने बताया कि प्रतिकूल मौसम ने सात जिलों को बुरी तरह से प्रभावित किया है. आपदा प्रबंधन केंद्र के मुताबिक श्रीलंका के कई हिस्सों में कल से हो रही मुसलाधार बारिश की वजह से पश्चिमी और दक्षिणी प्रांत के सबारागामुवा में 2,811 परिवारों के कुल 7,856 लोग प्रभावित हुए.
27th May, 2017