महाराणा प्रताप की जयंती आज, देशभर में कई कार्यक्रम
नई दिल्ली। महाराणा प्रताप की जयंती आज देशभर में धूमधाम से मनाई जा रही है। अंग्रेजी कलेण्डर के अनुसार महाराणा प्रताप का जन्म दिवस 9 मई 1540 को है। लेकिन राजपूत समाज उनका जन्मदिवस पंचाग तिथि के अनुसार मनाता है। इसी के चलते इस साल महाराणा प्रताप का जन्मदिवस 28 मई को मनाया जा रहा है। उनका जन्म दक्षिण राजस्थान के कुंभलगढ़ में हुआ था। महाराणा प्रताप राजपूतों में सिसोदिया वंश के वंशज थे। उन्होंने अपनी आखिरी सांस तक अपनी प्रजा की रक्षा की। महाराणा प्रताप के पिता का नाम राणा उदय सिंह और माता का नाम जयवंता बाई था। महाराणा प्रताप की मृत्यु 29 जनवरी 1597 को हुई थी। उनकी जयंती पर देशभर में कई स्थानों पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
महाराणा प्रताप जयंती की पूर्व संध्या पर राजस्थान के कोटा में राजपूत समाज की ओर से निकाली वाहन रैली में शामिल युवतियां। वाहन रैली कुन्हाड़ी स्थित प्रताप स्मारक पर सम्पन्न हुई।
घोड़े चेतक से था विशेष लगाव चेतक
चेतक महाराणा प्रताप का सबसे प्रिय घोड़ा था। यह एक नीले रंग का घोड़ा था। चेतक में संवेदनशीलता, वफादारी और बहादुरी कूट-कूट कर भरी हुई थी। प्रताप की वीरता की कहानियों में चेतक का अपना स्थान है। चेतक की फुर्ती के कारण ही प्रताप ने कई युद्धों में विजय प्राप्त की। प्रताप चेतक से अपने पुत्र की तरह प्रेम करते थे।
कुछ अन्य बिन्दु...
- महाराणा प्रताप के बचपन का नाम कीका था।
- उनके भाले का वजन 81 किलो और छाती के कवच का वजन 72 किलो था।
- महाराणा प्रताप के भाले, कवच, ढाल और दो तलवारों का कुल वजन 208 किलो था।
- महाराणा प्रताप ने कुल 11 शादियां की थीं।
- माना जाता है कि राजनीतिक कारणों से उन्होंने ये शादियां कीं।
चेतक महाराणा प्रताप का सबसे प्रिय घोड़ा था। यह एक नीले रंग का घोड़ा था। चेतक में संवेदनशीलता, वफादारी और बहादुरी कूट-कूट कर भरी हुई थी। प्रताप की वीरता की कहानियों में चेतक का अपना स्थान है। चेतक की फुर्ती के कारण ही प्रताप ने कई युद्धों में विजय प्राप्त की। प्रताप चेतक से अपने पुत्र की तरह प्रेम करते थे।
28th May, 2017