यूरिड मीडिया डेस्क /लखनऊ-
पूर्व मन्त्री आजम खान के नाम को बिगाडने का मामला express news7 मे छपने के बाद हरकत मे आये राजकीय निर्माण निगम के अधिकारियो ने रातो रात इसे ठीक करा दिया है। मामला राजधानी के मुख्यमन्त्री कार्यालय लोक भवन मे सेधमारी कर लोकार्पण किये गये पत्थर से खान नाम को बिगाडने का था।
मामला प्रकाशित होने के बाद अधिकारियो ने रातो रात आजम खान के नाम से न सिर्फ खान शब्द को पत्थर का टुकडा लगाकर सही करा दिया बल्कि इसे सीसे के फ्रेम मे जडवा भी दिया है। सीसे के फ्रेम मे लोकार्पण के पत्थर को जडवा देने से आगे कोई किसी के नाम को नुकसान नही पहुचाया जा सकता है। मगर एैसे सुरक्षित और सबसे मजबूत चाक चौबन्द व्यवस्था से लैस भवन को किसने नुकसान पहुॅचाया इस सवाल का जबाब अभी भी नही मिल पाया है।
600 करोड की लागत से बन रहे इस लोकभवन मे लगे सीसीटीवी भी सन्देह के धेरे मे आ गया है कि कैमरे ने एैसा करने वाले व्यक्ति को अपने कैमरे मे रिकार्ड क्यो नही किया। बताते चले कि लोकभवन यानि मुख्यमन्त्री का नया कार्यालय अखिलेश सरकार मे बनकर तैयार हुआ जिसका लोकार्पण 3 अक्टुबर 2016 को हुआ था। लोकार्पण के समय एक पत्थर जिसपर सभी बातो और लोकार्पण के समय जिन नेताओ के उपस्थित होने का जिक्र है उसमे आजम खान के नाम मे से खान को किसी ने बिगाडने की कोशिश की थी।
देखा जाये तो इस मामले मे सबसे बडी चुक सुरक्षा की हुई है। बाऊजुद इसके इस मामले मे अभी तक किसी के खिलाफ कोई कार्यवाही नही हुई है। देखना दिलचस्प होगा कि सुरक्षा मे चुक होने पर सरकार राजकीय निर्माण निगम या लोक भवन प्रशासन के लोगो को दण्डित करेगी या आजम खान के नाम का मामला होने के कारण चुप रहेगी।
31st May, 2017