कैसा भी घर बनवाइए, 2-3 महीने तो लग ही जाते हैं. लेकिन, अगर आपका घर केवल 12 घंटे में बनकर तैयार हो जाए, तो कैसा रहेगा. दरअसल एक कंपनी ने 12-24 घंटे के भीतर घर तैयार करने के ख्वाब को हकीकत में बदला है. यह कंपनी घर बनाने में एक खास तकनीक का इस्तेमाल कर रही है. यह तकनीक है कम लागत वाली 3D प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी. कंपनी की इस तरकीब से दुनिया भर में घर बनाने से जुड़े बाजार में अहम बदलाव देखने को मिल सकते हैं.
इस कंपनी का नाम ICON है और यह एक स्टार्टअप है. यह कंपनी 650 वर्ग फुट का एक मंजिला मकान सीमेंट से केवल 12-24 घंटे में तैयार कर देती है. इस कंपनी का नाम ICON है और यह एक स्टार्टअप है. यह कंपनी 650 वर्ग फुट का एक मंजिला मकान सीमेंट से केवल 12-24 घंटे में तैयार कर देती है. इस कंपनी का नाम ICON है और यह एक स्टार्टअप है. यह कंपनी 650 वर्ग फुट का एक मंजिला मकान सीमेंट से केवल 12-24 घंटे में तैयार कर देती है.
कंपनी इस टेक्नोलॉजी में प्लास्टिक से नहीं, बल्कि सीमेंट से घर तैयार करती है. इसकी टेक्नोलॉजी काफी पॉपुलर हो रही है. कंपनी इस टेक्नोलॉजी में प्लास्टिक से नहीं, बल्कि सीमेंट से घर तैयार करती है. इसकी टेक्नोलॉजी काफी पॉपुलर हो रही है.कंपनी इस टेक्नोलॉजी में प्लास्टिक से नहीं, बल्कि सीमेंट से घर तैयार करती है. इसकी टेक्नोलॉजी काफी पॉपुलर हो रही है.
कंपनी को नया मकान का ढांचा तैयार करने में चंद घंटे ही लगते हैं. कंपनी घर तैयार करने में लो-कॉस्ट 3D प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करती है. कंपनी को नया मकान का ढांचा तैयार करने में चंद घंटे ही लगते हैं. कंपनी घर तैयार करने में लो-कॉस्ट 3D प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करती है. कंपनी को नया मकान का ढांचा तैयार करने में चंद घंटे ही लगते हैं. कंपनी घर तैयार करने में लो-कॉस्ट 3D प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करती है.
कंपनी घर तैयार करने में Vulcan प्रिंटर का इस्तेमाल कर रही है. कंपनी जो घर बनाती है, उसमें एक लिविंग रूम, बेडरूम, बाथरूम और एक पोर्च होता है. कंपनी घर तैयार करने में Vulcan प्रिंटर का इस्तेमाल कर रही है. कंपनी जो घर बनाती है, उसमें एक लिविंग रूम, बेडरूम, बाथरूम और एक पोर्च होता है. कंपनी घर तैयार करने में Vulcan प्रिंटर का इस्तेमाल कर रही है. कंपनी जो घर बनाती है, उसमें एक लिविंग रूम, बेडरूम, बाथरूम और एक पोर्च होता है.अभी 650 वर्ग फुट का एक मंजिला मकान बनाने की लागत करीब 6 लाख रुपये है. कंपनी भविष्य में इस लागत को घटाकर करीब 2.5 लाख रुपये करना चाहती है. अभी 650 वर्ग फुट का एक मंजिला मकान बनाने की लागत करीब 6 लाख रुपये है. कंपनी भविष्य में इस लागत को घटाकर करीब 2.5 लाख रुपये करना चाहती है. अभी 650 वर्ग फुट का एक मंजिला मकान बनाने की लागत करीब 6 लाख रुपये है. कंपनी भविष्य में इस लागत को घटाकर करीब 2.5 लाख रुपये करना चाहती है.
कंपनी का कहना है कि इस टेक्नोलॉजी से मैटीरियल की बर्बादी भी नहीं होगी और लेबर कॉस्ट भी कम रहेगी. इस प्रोजेक्ट के तहत ICON ने नॉन -प्रॉफिट कंपनी न्यूस्टोरी के साथ साझेदारी की है. कंपनी का कहना है कि इस टेक्नोलॉजी से मैटीरियल की बर्बादी भी नहीं होगी और लेबर कॉस्ट भी कम रहेगी. इस प्रोजेक्ट के तहत ICON ने नॉन -प्रॉफिट कंपनी न्यूस्टोरी के साथ साझेदारी की है. कंपनी का कहना है कि इस टेक्नोलॉजी से मैटीरियल की बर्बादी भी नहीं होगी और लेबर कॉस्ट भी कम रहेगी. इस प्रोजेक्ट के तहत ICON ने नॉन -प्रॉफिट कंपनी न्यूस्टोरी के साथ साझेदारी की है.
कंपनी इस टेक्नोलॉजी में प्लास्टिक से नहीं, बल्कि सीमेंट से घर तैयार करती है. इसकी टेक्नोलॉजी काफी पॉपुलर हो रही है. कंपनी इस टेक्नोलॉजी में प्लास्टिक से नहीं, बल्कि सीमेंट से घर तैयार करती है. इसकी टेक्नोलॉजी काफी पॉपुलर हो रही है.कंपनी इस टेक्नोलॉजी में प्लास्टिक से नहीं, बल्कि सीमेंट से घर तैयार करती है. इसकी टेक्नोलॉजी काफी पॉपुलर हो रही है.
13th March, 2018