यूरीड मीडिया- एक ओर जहां पेरिस ओलिंपिक के ऑफिशली आगाज से पहले गेम्स शुरू हो चुके हैं तो दूसरी ओ भारत के हर नागरिक के लिए एक गर्व की बात सामने आई है। अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आईओसी) ने 'ओलिंपिक मूवमेंट' में अभिनव बिंद्रा के उत्कृष्ट योगदान के लिए उन्हें ओलिंपिक ऑर्डर से सम्मानित किया है। पुरस्कार समारोह ओलिंपिक के समापन से एक दिन पहले 10 अगस्त को पेरिस में 142वें आईओसी सत्र के दौरान आयोजित किया जाएगा।
गोल्डन बॉय के यह अवॉर्ड मिलने से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दिग्गज निशानेबाज अभिनव बिंद्रा की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्हें 'ओलिंपिक ऑर्डर' से सम्मानित जाना हर भारतीय के लिए गर्व की बात है। मोदी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'अभिनव को ओलिंपिक ऑर्डर से सम्मानित किया जाना हर भारतीय के लिए गर्व की बात है। उन्हें बधाई। चाहे एथलीट के रूप में हो या आने वाले खिलाड़ियों के लिए एक संरक्षक के रूप में उन्होंने खेलों व ओलिंपिक मूवमेंट में उल्लेखनीय योगदान दिया है।'
दूसरी ओर, गृह मंत्री ने लिखा- ओलिंपिक आर्डर पुरस्कार से सम्मानित होने पर अभिनव बिंद्रा को बधाई। अनुकरणीय प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी, अभिनव बिंद्रा अपने ज्ञानवर्धक मार्गदर्शन से एथलीटों को प्रेरित करते रहते हैं। मेरी सारी शुभकामनाएं उनके साथ हैं। बता दें कि बीजिंग ओलिंपिक में अभिनव ने पुरुषों के 10 मीटर एयर राइफल टूर्नामेंट का गोल्ड मेडल जीता था।
क्या होता है ओलिंपिक ऑर्डर और किसे दिया जाता है?
ओलिंपिक ऑर्डर पुरस्कार किसी व्यक्ति को दिया जाने वाला सर्वोच्च ओलिंपिक सम्मान है। 10 अगस्त को पेरिस में आयोजित होने वाले 142वें आईओसी सत्र में भारतीय निशानेबाज को सम्मानित किया जाएगा। ओलिंपिक ऑर्डर सम्मान की स्थापना 1975 में हुई थी। शुरुआत में यह पुरस्कार गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज कैटेगरी में विशिष्ट योगदान देने वाले खिलाड़ियों को दिया जाता था। 1984 में रिव्यू के बाद आईओसी ने सिल्वर और ब्रॉन्ज की कैटेगरी को समाप्त कर दिया।
इसके बाद यह तय किया कि अब यह पुरस्कार सिर्फ गोल्ड कैटेगरी में ओलिंपिक खेलों में विशिष्ट योगदान देने वाले खिलाड़ियों को ही दिया जाएगा। आईओसी ओलिंपिक की मेजबानी करने वाले राष्ट्र प्रमुखों को भी यह पुरस्कार देता रहा है। परंपरागत रूप से आईओसी प्रत्येक ओलिंपिक गेम्स के समापन समारोह में यह सम्मान वितरित किया जाता रहा है।
अभिनव बिंद्रा इकलौते भारतीय
दुनिया में अब तक 116 हस्तियों को गोल्ड ओलिंपिक ऑर्डर पुरस्कार मिल चुका है। अभी तक इसमें सिर्फ एक भारतीय शामिल है। अभिनव को यह सम्मान ओलिंपिक आंदोलन में अहम भूमिका निभाने के लिए दिया गया है। वह अभिनव बिंद्रा फाउंडेशन की मदद से भारतीय खेलों को आगे बढ़ा रहे हैं।
गोल्डन बॉय के यह अवॉर्ड मिलने से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दिग्गज निशानेबाज अभिनव बिंद्रा की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्हें 'ओलिंपिक ऑर्डर' से सम्मानित जाना हर भारतीय के लिए गर्व की बात है। मोदी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'अभिनव को ओलिंपिक ऑर्डर से सम्मानित किया जाना हर भारतीय के लिए गर्व की बात है। उन्हें बधाई। चाहे एथलीट के रूप में हो या आने वाले खिलाड़ियों के लिए एक संरक्षक के रूप में उन्होंने खेलों व ओलिंपिक मूवमेंट में उल्लेखनीय योगदान दिया है।'
दूसरी ओर, गृह मंत्री ने लिखा- ओलिंपिक आर्डर पुरस्कार से सम्मानित होने पर अभिनव बिंद्रा को बधाई। अनुकरणीय प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी, अभिनव बिंद्रा अपने ज्ञानवर्धक मार्गदर्शन से एथलीटों को प्रेरित करते रहते हैं। मेरी सारी शुभकामनाएं उनके साथ हैं। बता दें कि बीजिंग ओलिंपिक में अभिनव ने पुरुषों के 10 मीटर एयर राइफल टूर्नामेंट का गोल्ड मेडल जीता था।
क्या होता है ओलिंपिक ऑर्डर और किसे दिया जाता है?
ओलिंपिक ऑर्डर पुरस्कार किसी व्यक्ति को दिया जाने वाला सर्वोच्च ओलिंपिक सम्मान है। 10 अगस्त को पेरिस में आयोजित होने वाले 142वें आईओसी सत्र में भारतीय निशानेबाज को सम्मानित किया जाएगा। ओलिंपिक ऑर्डर सम्मान की स्थापना 1975 में हुई थी। शुरुआत में यह पुरस्कार गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज कैटेगरी में विशिष्ट योगदान देने वाले खिलाड़ियों को दिया जाता था। 1984 में रिव्यू के बाद आईओसी ने सिल्वर और ब्रॉन्ज की कैटेगरी को समाप्त कर दिया।
इसके बाद यह तय किया कि अब यह पुरस्कार सिर्फ गोल्ड कैटेगरी में ओलिंपिक खेलों में विशिष्ट योगदान देने वाले खिलाड़ियों को ही दिया जाएगा। आईओसी ओलिंपिक की मेजबानी करने वाले राष्ट्र प्रमुखों को भी यह पुरस्कार देता रहा है। परंपरागत रूप से आईओसी प्रत्येक ओलिंपिक गेम्स के समापन समारोह में यह सम्मान वितरित किया जाता रहा है।
अभिनव बिंद्रा इकलौते भारतीय
दुनिया में अब तक 116 हस्तियों को गोल्ड ओलिंपिक ऑर्डर पुरस्कार मिल चुका है। अभी तक इसमें सिर्फ एक भारतीय शामिल है। अभिनव को यह सम्मान ओलिंपिक आंदोलन में अहम भूमिका निभाने के लिए दिया गया है। वह अभिनव बिंद्रा फाउंडेशन की मदद से भारतीय खेलों को आगे बढ़ा रहे हैं।
25th July, 2024