यूरीड मीडिया- बांग्लादेश में इन दिनों आरक्षण के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन चल रहा है. प्रदर्शन धीरे-धीरे करके हिंसक होता जा रहा है. बांग्लादेश में इस बवाले वाले प्रदर्शन की वजह से पीएम शेख हसीना की सरकार खतरे में आ गई है.पूरे बांग्लादेश में माहौल शेख हसीना की अवामी लीग सरकार के खिलाफ दिख रहा है. कहा जा रहा है कि अवामी लीग के कई नेता भी हिंसक विरोध प्रदर्शन का निशाना बन रहे हैं और खुद को बचा भी नहीं पा रहे है.
जानकारी के मुताबिक, बांग्लादेश में जारी हिंसा में 14 पुलिसकर्मियों समेत 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई. वहीं, सैकड़ों घायल हुए हैं.इस बीच बांग्लादेश में तीन दिन के अवकाश का भी एलान कर दिया गया है. प्रदर्शनकारी छात्र लगातार प्रधानमंत्री शेख हसीना का इस्तीफा मांग रहे हैं. बता दें कि प्रदर्शनकारी आज देशव्यापी कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए ढाका तक लांग मार्च का आयोजन कर रहे हैं.
दूसरी ओर एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नरसिंगडी शहर में अवामी लीग के 6 नेताओं को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला.सड़कों पर उतरे लोगों की एक ही मांग है कि हसीना को पीएम पद से हटना चाहिए.
हिंसक प्रदर्शन को लेकर क्या था मामला?
बता दें कि बांग्लादेश में हाल ही में पुलिस और छात्र प्रदर्शनकारियों के बीच हिसंक झड़पें हुईं हैं. दरअसल, प्रदर्शनकारी छात्र विवादित आरक्षण प्रणाली को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं. इसके तहत बांग्लादेश के लिए साल 1971 में आजादी की लड़ाई लड़ने वाले स्वतंत्रता संग्रामियों के परिवारों के लिए 30 प्रतिशत सरकारी नौकरियां आरक्षित की गईं हैं.
5th August, 2024