लखनऊ- भले ही सपा के लोग मोदी के नीतियों की आलोचना।करते रहें लेकिन असलियत यह है कि सी एम्क अखिलेश की पत्नी और सपा के मुखिया मुलायम की बहू डिम्पल यादव के खेत्र में भी मोदी के काम को सराहा जा रहा है और इसी क्रम में कन्नौज की खुशबू को दुनिया के बाजारों तक पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेक इन इंडिया मुहिम में शामिल कर लिया गया है। इत्र इंडस्ट्री ने ३५ और निर्यात उद्योगों के साथ इस लिस्ट में अपना नाम जुड़वाने में सफलता पाई है। केंद्र सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने सुगंध एवं सुरस विकास केंद्र (एफएफडीसी) के अफसरों के साथ मिलकर निर्यात में आने वाली समस्याओं को दूर करने का काम शुरू कर दिया है।
इत्र इंडस्ट्री को बढ़ावा देने में जुटी एफएफडीसी की कोशिशें रंग लाने लगी है। अभी तक पान मसाला उद्योग के सहारे चलने वाले कन्नौज के पारंपरिक इत्र उद्योग पर जब पान मसाला बंद होने से संकट के बादल मंडराने लगे तो एफएफडीसी ने इसे दुनिया के नए बाजारों में पहुंचाने की योजना तैयार की है, जिसके तहत सबसे पहले ऐसे देशों का चयन किया गया जहां इत्र से जुड़े उत्पादों का बड़ा बाजार है। इसमें चाइना, इंडोनेशिया, इजिप्ट, सऊदी अरब सहित यूरोप के कई देशों का चयन किया गया। अब केंद्र सरकार ने वहां इत्र भेजने में आने वाली समस्याओं को दूर करने की योजना पर अमल शुरू कर दिया है। इसके लिए केंद्र ने वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय को जिम्मेदारी सौंपी है। मंत्रालय ने विदेश व्यापार विभाग, कैमेक्सिल और फेडरेशन ऑफ इंडस्ट्री एसोसिएशन(फीओ) के साथ मिलकर इत्र और इससे जुड़े उत्पादों के निर्यात एवं आयात में होने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए इत्र उद्यमियों के साथ बैठक भी की है। फीओ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वाईएस गर्ग का कहना है कि प्रधानमंत्री की मेक इन इंडिया मुहिम के तहत इत्र उत्पादों का एक्सपोर्ट २०१४ के मुकाबले दोगुना करने की कोशिश है। विदेश के जिन १७ बाजारों में इत्र से जुड़े जिन उत्पादों कि अच्छी खपत है वहां इन्हें पहुंचाया जाएगा।
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2nd February, 2016