लखनऊ:- उत्तर प्रदेश में शराबबंदी जैसा एक अहम मुद्दा लेकर जेडीयू अध्यक्ष व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज लखनऊ पहुचे | नितीश ने शराब बंदी, भूमाफियाओं व खनन माफियाओं के खिलाफ जन अभियान का आगाज़ किया | कार्यक्रम का आयोजन किसान मंच व महिला विंग ने मिलकर किया था | इस कार्यक्रम में बिहार में शराब बंदी को लेकर महिलाओं ने उन्हे सम्मानित भी किया |
किसान मंच को संबोधित करते हुए नितीश ने कहा कि--
- वह उत्तर प्रदेश में किसी को परेशान करने नहीं आए हैं |
- अखिलेश यादव को नसीहत देते हुए कहा की ''घबराइए मत अखिलेश जी, आप भी शराबबंदी लागू कीजिए , जिससे आने वाली पीढ़ी को बचाया जा सकें'' |
नीतीश ने बताया कि--
- एक प्रावधान है कि सीमा क्षेत्र के जिलों के बीच पांच किलोमीटर के दायरे में शराब की दुकान पर पाबंदी हो |
- उन्होंने सवाल किया, 'मैं पूछता हूं कि दोनों राज्य इसे क्यों नहीं लागू करते हैं?
- हमने तो ये पाया है कि यूपी और बिहार के सीमा क्षेत्र में शराब की कई दुकानें खुली हैं |
- यही नहीं, सरकार ने सीमा क्षेत्र में ज्यादा कीमत पर शराब दुकान के लिए बोली लगवाई |
और क्या कहा नीतीश ने--
- शुरुआत में हम सिर्फ गांवों में देसी शराब पर पाबंदी लगाने वाले थे |
- लेकिन फिर हमने देखा कि महिलाएं शहरों में विदेशी शराब के खिलाफ भी प्रदर्शन कर रही हैं |
- हमने पाया कि एक तरह का माहौल बनने लगा है और इसलिए हमने पूर्ण शराबबंदी का फैसल किया|
- 'हमने जहरीली शराब त्रासदियों से निजात पाने के लिए 1915 के कानून में संशोधन किया |
- हमने जहरीली शराब बनाने वालों, वितरकों और बेचने वालों के लिए मौत की सजा का प्रावधान किया|
अखिलेश सरकार से क्या कहा--
नीतीश कुमार ने आगे कहा कि मैंने सुना है कि यूपी के कुछ नेता (राम गोपाल यादव) यह कह रहे हैं कि राजस्व में कमी के कारण नीतीश कुछ दिनों बाद हाथ में कटोरा लेकर भीख मांगेंगे. लेकिन मैं उन्हें बताया चाहता हूं कि वो दिन कभी नहीं आएगा. जबकि आने वाले समय में आप देखेंगे की राज्य की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा |
15th May, 2016