लखनऊ-- सस्ता एलपीजी कनेक्शन पाने का ख्वाब देख रहे राजधानी वासियों को एलपीजी कनेक्शन पाने मे इंतजार करना पड़ सकता हैं| क्यूंकि उज्ज्वला योजना के तहत कनेक्शन पाने के लिए उन्हें गैस एजेंन्सियों के कई चक्कर लगाने होंगे| उसके बावजूद भी यह तय नहीं हैं कि गैस कनेक्शन मिल ही जाए। अभी राजधानी के लगभग एक लाख लोग गैस कनेक्शन पाने का इंतजार कर रहे है।
सूत्रों के मुताबीक पेट्रोलियम मंत्रालय ने इस योजना के लाभार्थियो के लिए बीपीएल लिस्ट कि जगह वर्ष 2011 कि जनगणना आंकड़ो को आधार बनाया हैं | जनगणना में जो लोग आर्थिक रूप से कमजोर दिखाये गये हैं , उनके मानक और स्कीम के लाभार्थियों के मानक अलग है।
स्कीम के मुताबिक--
- लिस्ट मे डाटा ग्राम पंचायतों के हिसाब से हैं| ऐसे मे एलपीजी जनगणना डिस्ट्रीब्यूटर्स को गाँव- गाँव मे जाकर लोगो को ढूंढना होगा|
- दूसरी तरफ संबन्धित व्यक्ति को भी अपनी पात्रता की जानकारी करने के लिए कंपनियो और डिस्ट्रीब्यूटर्स से मिलना होगा|
- इंडियन ऑयल के अधिकारी के मुताबिक पेट्रोलियम मंत्रालय से मिली जानकारी में जनगणना के डाटा के अनुसार लखनऊ के 6,70,358 लोगो आर्थिक तौर पर कमजोर हैं|
- इसमे परिवार की संख्या करीब एक लाख बताई जा रही हैं|
क्या हैं, प्रक्रिया में मुश्किल--
- एचपीसीएल के रीजनल ऑफिसर अनुराग श्रीवास्तव ने बताया की यह प्रक्रिया इतनी आसान नही है।
- आवेदन के बाद उपभोक्ताओं की जांच डिस्ट्रीब्यूटर स्तर पर करवाई जाएगी , जिसमें काफी समय लगेगा|
- जनगणना की पूरी रिपोर्ट उज्जवला पोर्टल पर फीड होगी|
- इसके बाद डी-डुप्लीकेशन सॉफ्टवेयर से मैच करवाई जाएगी|
- ताकि पता लग सके की उपभोक्ता के नाम से कोई गैस कनेक्शन हैं या नही|
क्या दस्तावेज़ देने होंगे--
बिहारी गैस सर्विस के मैनेजर मनोज कुमार के अनुसार-
- उज्जवला स्कीम के तहत उपभोक्ताओ को KYC फार्म भरने के साथ अपनी आईडी और एड्रेस देना होगा|
- आधार कार्ड के नंबर को अपनी बैंक शाखा मे लिंक्ड करना होगा|
17th May, 2016