नई दिल्ली--
भारतीय वायुसेना में पहली बार देश की तीन बेटियों ने अपना परचम लहरते हुए देश की वायुसेना में प्रवेश किया है। भारत की वायुसेना को पहली बार तीन ऐसी महिला अफ़सर मिली हैं. जो कुछ दिनों बाद फाइटर पायलट बनेंगी। भारत की इस ऐतिहासिक उपलब्धि में राजस्थान, मध्यप्रदेश और बिहार भी भागीदार बना है, क्योंकि मोहना सिंह, अवनी चतुर्वेदी और भावना कंठ इन्हीं राज्यों से ताल्लुक रखती हैं। हैदराबाद के हकीमपेट में स्थित एयरफोर्स अकादमी में शनिवार सुबह पासिंग आउट परेड की हुई थी। उसे अकादमी में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर भी पाहुचे थे , उन्होंने पासिंग आउट परेड का निरीक्षण किया था। जिसके बाद रक्षा मंत्री ने देश के नभ को सुरक्षित रखने का जिम्मा तीनों महिला पायलटों को सौंप दिया।
भारतीय वायु सेना में महिला पायलटों को भी शामिल करने की मंजूरी--
- अक्टूबर माह में भारत सरकार ने भारतीय वायुसेना में महिला लड़ाकू पायलटों को भी शामिल करने की मंजूरी प्रदान की थी।
- वर्ष 1991 से ही यहां की वायुसेना में महिलाएं हेलीकाप्टर तथा ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट उड़ाती आ रही हैं।
- लेकिन लड़ाकू विमानों से इनको दूर ही रखा जाता था।
- भारतीय वायुसेना में कुल 15 सौ महिला कर्मचारी हैं।
- यह पहला मौका होगा जब भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान की कॉकपिट में कोई महिला बैठेगी।
- वायुसेना में लगभग 1500 महिलाएं हैं, जो अलग-अलग विभागों में काम कर रही हैं।
तीनों महिलाओं ने 150 घंटे की ट्रेनिंग पूरी की--
- तीनों महिला लड़ाकू पायलटों की पहले चरण की ट्रेनिंग 18 जून को खत्म हुई है।
- उन्हें इसी दिन वायुसेना अकादमी में समारोहपूर्वक दूसरे चरण में भेजा जाएगा जहां वे ट्रेनर हांक और लड़ाकू विमानों पर एक साल तक कड़ी ट्रेनिंग प्राप्त करेंगी।
- इस अवसर पर उन्हें वायुसेना में शामिल (कमीशन) कर लिया गया।
महिला और पुरुष में कोई अंतर नहीं--
- तीनों फाइटर पायलटों की ट्रेनिंग का ऐलान अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर किया गया था।
- अब इनकी एक साल की एडवांस ट्रेनिंग कर्नाटक के बीदर में होगी।
- भावना सिंह ने बताया कि ''मेरा बचपन का सपना था कि मैं लड़ाकू विमान की पायलट बनूं. जहां चाह होती है, वहां राह होती है. महिला और पुरुष में कोई अंतर नहीं होता है। दोनों में एक ही तरह का हुनर और क्षमता होती है।
भारतीय वायुसेना में पहली बार देश की तीन बेटियों ने अपना परचम लहरते हुए देश की वायुसेना में प्रवेश किया है। भारत की वायुसेना को पहली बार तीन ऐसी महिला अफ़सर मिली हैं. जो कुछ दिनों बाद फाइटर पायलट बनेंगी। भारत की इस ऐतिहासिक उपलब्धि में राजस्थान, मध्यप्रदेश और बिहार भी भागीदार बना है, क्योंकि मोहना सिंह, अवनी चतुर्वेदी और भावना कंठ इन्हीं राज्यों से ताल्लुक रखती हैं। हैदराबाद के हकीमपेट में स्थित एयरफोर्स अकादमी में शनिवार सुबह पासिंग आउट परेड की हुई थी। उसे अकादमी में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर भी पाहुचे थे , उन्होंने पासिंग आउट परेड का निरीक्षण किया था। जिसके बाद रक्षा मंत्री ने देश के नभ को सुरक्षित रखने का जिम्मा तीनों महिला पायलटों को सौंप दिया।
भारतीय वायु सेना में महिला पायलटों को भी शामिल करने की मंजूरी--
तीनों महिलाओं ने 150 घंटे की ट्रेनिंग पूरी की--
महिला और पुरुष में कोई अंतर नहीं--
18th June, 2016