यूरिड मीडिया डेस्क:-
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव प्रशांत कुमार मिश्रा अपनी ईमानदारी और नियम-कायदों का पालन सुनिश्चित करने के लिए जाने जाते हैं। उन्होने अपने कार्यकाल के दौरान ताकतवर राजनीतिकों और रसूखदार लोगों की भी परवाह नहीं की | आज के समय में जहां तमाम नौकरशाह अपनी ताकत के आवेश में आकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हैं वो वहीं पूर्व आईएएस अधिकारी प्रशांत कुमार मिश्रा अपनी ईमानदार व साफ-सुथरी छवि के लिए जाने जाते रहे हैं इसी के चलते भ्रष्टाचार को दरकिनार कर उन्होने स्वैच्छिक सेवा-निवृत्ति तक ले ली |
उन्होने अपनी सेवा-निवृत्ति के तत्काल बाद अपने सहकर्मियों के नाम एक खत लिखा जिसमें उन्होने ईमानदारी की राह पर चलने का तरीका व जिंदगी जीने का सलीका के बारे में जिक्र किया है | वैसे को ये किस्सा व यहाँ प्रस्तुत खत सन 2008 का है पर आज भी ये उतना ही प्रासंगिक है जितना की उस वक़्त था |