लखनऊ:
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यूपी के सीएम अखिलेश यादव आज इंग्लैंड जाने से पहले एक बड़ा फैसला लेने जा रहे है। सीएम ने खुद कहा कि अब वे आलोक रंजन को सेवा विस्तार नही देंगे। अब सपा सरकार किसी नए सिरे से किसी अन्य अफसर के नाम पर विचार कर रही है। वही कई अफसर इस रेस में शामिल भी है। इसने से सबसे ज्यादा जिन पर सोच विचार किया जा रहा है वो हैं कृषि उत्पादन के आयुक्त प्रवीर कुमार और प्रमुख सचिव सिंचाई दीपक सिंघल।
सीएम का आज आ सकता है फैसला--
- बताया जा रहा है कि आज मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इंग्लैंड जाने से पहले इस बारे में फैसला ले लेंगे।
- कार्यवाहक मुख्य सचिव के तौर पर फिलहाल प्रवीर कुमार को जिम्मेदारी दी जाएगी।
- देश लौटने के बाद वह नया मुख्य सचिव नियुक्त करेंगे।
कई लोग थे इस रेस में--
- मुख्य सचिव आलोक रंजन के बाद 1978 बैच के अनिल कुमार गुप्ता रेस में सबसे आगे थे, पर वह आईएएस असोसिएशन के अध्यक्ष और राजस्व परिषद के अध्यक्ष पहले ही बनाए जा चुके हैं।
- उनका रिटायरमेंट भी सितंबर में है। सरकार में प्रमुख सचिव गृह के पद से हटाए जाने के बाद उनकी पैरोकारी कमजोर हो गई है।
- उनके बाद 1980 बैच के राकेश गर्ग, आराधना जौहरी, शंकर अग्रवाल केंद्रीय सेवा में हैं और शैलेष कृष्ण अस्वस्थ हैं।
- 1981 बैच के अनिल स्वरूप, एके विश्नोई, बलविंदर कुमार और देवेंद्र चौधरी भी केंद्र में तैनात हैं।
- प्रदीप शुक्ला एनआरएचएम घोटाले के आरोपित हैं। लेकिन इन सभी अफसरों को मुख्य सचिव बनने का मौका नहीं मिल पाएगा।
सीएम की पसंद हैं प्रवीर कुमार--
- कृषि उत्पादन आयुक्त और 1982 बैच के प्रवीर कुमार की दावेदारी सबसे ज्यादा मजबूत है।
- वह भी सीएम की पसंद हैं। वह नगर विकास विभाग में प्रमुख सचिव थे, उसके बाद मंत्री आजम खां से उनकी तनातनी हो गई थी।
- इसके बाद ही वह केंद्र चले गए। सीएम अखिलेश यादव ने खुद पहल कर केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय को पत्र लिखकर उन्हें वापस बुलवाया था।
- वहीं प्रमुख सचिव सिंचाईं दीपक सिंघल कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव के करीबी भी हैं।
30th June, 2016