इलाहाबाद
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मानव तस्करी के चंगुल से छुड़ाई गई लड़कियों ने दिल देहला देने वाली बातों का खुलासा किया है लड़कियों ने बताया की इलाहाबाद बराव में देश के विभिन्न क्षेत्रों सहित कई देशों की चार सौ से अधिक लड़कियां मानव तस्करों के चंगुल में अभी भी है । वही इस बात का भी खुलासा हुआ है कि तस्करों का मुख्य अड्डा बराव ही है, सरगना शेरू सहित ज्यादातर लोग यहीं के रहने वाले हैं चलिये जानते इस पूरी रिपोर्ट का सच ....
बराव में है रेड लाइट एरिया
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- बालोद के पुलिस अधीक्षक शेख आरिफ हुसैन ने कहा कि बराव में एक संवेदनशील रेड लाइट एरिया है, जहां सरगना शेरू की बहुत पहुंच है।
- हमने राज्य के सभी 14 लड़कियों को इसके चंगुल से बाहर तो निकाल लिया है, लेकिन अभी उनके पास अन्य राज्यों के चार सौ से अधिक लड़किया हैं, जिन्हें शेरू ने रेड लाइट एरिया में लाकर देह व्यापार के धंधे में उतार दिया गया है।
- पुलिस ने राज्य की 14 लड़कियों को बिकने से बचा लिया, लड़कियों को रविवार रात एसपी के दफ्तर में उनके परिजनों से मिलवाया गया।
- उन्होंने बताया कि छुड़ाई गईं लड़कियों से शेरू के कारोबार के बारे में कॉल डिटेल खंगाले जा रही रहे हैं।
- इस दौरान कोशिश रहेगी कि अन्य राज्यों की लड़कियों को भी सही सलामत ले आया जाए ।
पड़ोसी देश नेपाल की लड़कियां भी बराव में बेची जाती है
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- बरामद की गई लड़कियों से शेरू के ठिकाने व उसके कारोबार के बारे में विस्तृत जानकारी जुटाई जा रही है।
- एसपी हुसैन ने लड़कियों से पूछताछ की, जिसमे कई बड़े खुलासे हुए हैं ।
- बताया गया कि देशभर के विभिन्न राज्यों के साथ पड़ोसी देश नेपाल की लड़कियां भी बराव में हैं।
- बराव के जिस इलाके से इन 6 लड़कियों को बरामद किया गया, वह असल में एक रेड लाइट एरिया था।
- वहां मुख्य सरगना ने मासूम बच्चियों को जिस्म के कारोबार में उतार दिया था।
- बराव से किसी दूसरे राज्य में बिकने से पहले ही बालोद पुलिस ने वहां रेड मारी और छह लड़कियों को छुड़ा लिया गया।
डांस की शौकीन लड़कियों को बहला-फुसलाकर करते थे यह घिनोना काम
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- लड़कियों ने बताया कि गिरोह द्वारा आर्केस्ट्रा व अन्य डांस में ले जाना तो एक बहाना था।
- इनका मुख्य कारोबार देह व्यापार ही है।
- इस धंधे में लड़कियों को ये एक-एक कर झोंकते हैं।
- पहले लड़कियों को दिखावे के लिए रात एक से पांच बजे के बीच विभिन्न आयोजनों में डांस कराने ले जाते हैं।
- इसके बाद वहां डांस देखने आने वाले अय्याश लड़के उनका सौदा किया करते थे।
- पता चला है कि गिरोह के लोगों द्वारा कम पढ़ी लिखी और डांस की शौकीन लड़कियों को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले जाते थे।
- कई लड़कियां जिस्म के कारोबार में धकेले जाने के बाद गर्भवती भी हैं, कुछ लड़कियों के छोटे छोटे बच्चे भी हैं।
मामले में सबसे ज्यादा शिकार राज्य के जांजगीर चांपा जिले की लड़कियां हुई हैं
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- मानव तस्करी के इस मामले में सबसे ज्यादा शिकार राज्य के जांजगीर चांपा जिले की लड़कियां हुई हैं।
- यहां की आठ लड़कियों को गिरोह के चंगुल से छुड़ाया गया है।
- वहीं कोरबा की तीन, बालोद की दो, बलौदाबाजार की एक लड़की शामिल है।
- पुलिस टीम ने बालोद की एक लड़की को चंगुल से छुड़ाया था और एक लड़की स्वयं उस गिरोह से बचकर भाग आई थी।
- उसी के जरिये पुलिस को गिरोह तक पहुंचने के कई सुराग मिले थे।
कई देशो की लड़कियां अभी जिस्म के धंधे में धकेली जा रही है
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- गिरोह ने उत्तर प्रदेश राज्य व इसके आसपास के राज्यों की गरीब लड़कियों को ही शिकार बनाया है।
- ज्यादातर इस अड्डे में उतराखंड, बिहार, उतरांचल, भोपाल, नेपाल, पुणे, आगरा, दिल्ली सहित अन्य राज्य से लाई गई लड़कियां रखी गई हैं।
- इन्हें एक एक कर नीलाम किया जाता है।
- जानकारी के मुताबिक, पुरानी होने के बाद लड़कियों को हमेशा के लिए रेड लाइट एरिया में धकेल दिया जाता है।
- वहीं नई व नाबालिग लड़कियों को पहले कई ग्राहकों के पास भेजा जाता है।
- रातों के लिए उनके दाम अलग से लगाए जाते हैं।
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मानव तस्करी के चंगुल से छुड़ाई गई लड़कियों ने दिल देहला देने वाली बातों का खुलासा किया है लड़कियों ने बताया की इलाहाबाद बराव में देश के विभिन्न क्षेत्रों सहित कई देशों की चार सौ से अधिक लड़कियां मानव तस्करों के चंगुल में अभी भी है । वही इस बात का भी खुलासा हुआ है कि तस्करों का मुख्य अड्डा बराव ही है, सरगना शेरू सहित ज्यादातर लोग यहीं के रहने वाले हैं चलिये जानते इस पूरी रिपोर्ट का सच ....
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13th July, 2016