लखनऊ:-
यूपी सीएम अखिलेश यादव ने अनुचित कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सख्ती बरती है। जिसके बाद अब डीजीपी ने हाईटेक पुलिसिंग की कवायद शुरू कर दी है। डीजीपी जावीद अहमद ने डायल-100 परियोजना के कार्य को महत्वपूर्ण बताते हुये कहा है कि "इससे जिलों में पुलिस पट्रोलिंग को मजबूत बनाने के साथ-साथ वहां की पुलिसिंग को भी चुस्त-दुरूस्त बनाने मे मदद मिलेगी।" उन्होंने जिला प्रशासन के सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकरियों से कहा है कि वह कानून व्यवस्था को ठीक करने के लिए मनोयोग से जुटे। जिले के सभी पुलिस प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि वह अपने यहां डायल-100 प्रकोष्ठ का गठन कर वहां से इस योजना के समन्वय का कार्य करें।
सख्त निर्देश का आदेश-
- जिले के सभी पुलिस प्रभारियों को यह भी निर्देशित किया है कि वह डायल-100 के लिये मांगी जा रही सभी सूचनाएं सही व समय से भेजना होगा।
- मास्टर ट्रेनर के लिए ऐसे पुलिस निरीक्षक एवं उपनिरीक्षक चयनित किये जाये जो इस कार्य के लिये पूरी लग्न और निष्ठा से कार्य करने के लिये समर्पित हों।
- जिलों मे आयोजित होने वाले प्रशिक्षण के लिये सभी जरूरी प्रबन्ध पहले से ही तय किये जाये ताकि प्रशिक्षण कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की बाधा न आ सके।
पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा-
- पहले चरण में आगामी 29 अगस्त से सभी रेंज मुख्यालयों पर फील्ड के पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जायेगा।
- कौन सा गांव किस थाने मे पड़ता है इसकी सूची सभी जिलों को उपलब्ध कराई गई है।
- साथ ही साथ प्रदेश के सभी थानों की सीमाओं का डिजिटल मैप पर सीमांकन किये जाने के लिए कौन सा गांव किस थाना क्षेत्र में पड़ता है उसकी पुष्टि सभी जिलों से कराई जा रही है।
- शहरी क्षेत्र के थानों के बारे में भी जरूरी सूचनाओं का स्केच मांगा गया है।
- डायल-100 योजना के क्रियान्वयन में लगाये जाने वाले पुलिसकर्मियों के गहन प्रशिक्षण की तैयारी की गयी है।
- इस परियोजना के क्रियान्वयन में लगी एजेन्सी के कर्मी भी रहेंगे।
- इस कार्य के लिये चयनित पुलिस निरीक्षकों एवं उपनिरीक्षकों को आगामी 16 अगस्त से लखनऊ में प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा, जो मास्टर ट्रेनर के रूप मे प्रथम चरण में सभी रेंज मुख्यालय के 18 जिलों तथा द्वितीय चरण में 30 जिलों में प्रशिक्षण प्रदान करेंगे।
यूपी सीएम अखिलेश यादव ने अनुचित कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सख्ती बरती है। जिसके बाद अब डीजीपी ने हाईटेक पुलिसिंग की कवायद शुरू कर दी है। डीजीपी जावीद अहमद ने डायल-100 परियोजना के कार्य को महत्वपूर्ण बताते हुये कहा है कि "इससे जिलों में पुलिस पट्रोलिंग को मजबूत बनाने के साथ-साथ वहां की पुलिसिंग को भी चुस्त-दुरूस्त बनाने मे मदद मिलेगी।" उन्होंने जिला प्रशासन के सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकरियों से कहा है कि वह कानून व्यवस्था को ठीक करने के लिए मनोयोग से जुटे। जिले के सभी पुलिस प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि वह अपने यहां डायल-100 प्रकोष्ठ का गठन कर वहां से इस योजना के समन्वय का कार्य करें।
- जिले के सभी पुलिस प्रभारियों को यह भी निर्देशित किया है कि वह डायल-100 के लिये मांगी जा रही सभी सूचनाएं सही व समय से भेजना होगा।
- मास्टर ट्रेनर के लिए ऐसे पुलिस निरीक्षक एवं उपनिरीक्षक चयनित किये जाये जो इस कार्य के लिये पूरी लग्न और निष्ठा से कार्य करने के लिये समर्पित हों।
- जिलों मे आयोजित होने वाले प्रशिक्षण के लिये सभी जरूरी प्रबन्ध पहले से ही तय किये जाये ताकि प्रशिक्षण कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की बाधा न आ सके।
- पहले चरण में आगामी 29 अगस्त से सभी रेंज मुख्यालयों पर फील्ड के पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जायेगा।
- कौन सा गांव किस थाने मे पड़ता है इसकी सूची सभी जिलों को उपलब्ध कराई गई है।
- साथ ही साथ प्रदेश के सभी थानों की सीमाओं का डिजिटल मैप पर सीमांकन किये जाने के लिए कौन सा गांव किस थाना क्षेत्र में पड़ता है उसकी पुष्टि सभी जिलों से कराई जा रही है।
- शहरी क्षेत्र के थानों के बारे में भी जरूरी सूचनाओं का स्केच मांगा गया है।
- डायल-100 योजना के क्रियान्वयन में लगाये जाने वाले पुलिसकर्मियों के गहन प्रशिक्षण की तैयारी की गयी है।
- इस परियोजना के क्रियान्वयन में लगी एजेन्सी के कर्मी भी रहेंगे।
- इस कार्य के लिये चयनित पुलिस निरीक्षकों एवं उपनिरीक्षकों को आगामी 16 अगस्त से लखनऊ में प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा, जो मास्टर ट्रेनर के रूप मे प्रथम चरण में सभी रेंज मुख्यालय के 18 जिलों तथा द्वितीय चरण में 30 जिलों में प्रशिक्षण प्रदान करेंगे।
16th August, 2016