यूरिड मीडिया ब्यूरो
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अरुणाचल प्रदेश में काग्रेंस के लिए एक बहुत ही बड़ा संकट खडा हो गया है। काग्रेंस से प्रदेश के सीएम पेमा खांडू ने 43 विधायकों के साथ पीपल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (पीपीए) जॅाइन कर ली।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खांडू, काग्रेंस के 43 विधायकों के साथ पीपीए में शामिल हो गए और सरकार को पीपीए सरकार में तब्दील कर दिया। दो महीने पहले काग्रेंस सरकार की बहाली के घटनाक्रम के बाद खांडू राज्य के मुख्यमंत्री बने थे।
काग्रेंस के पास केवल एक विधायक बचा
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- इस बड़े उलटफेर के बाद काग्रेंस में सिर्फ नबाम तुकी ही बचे है। इन्होंने पीपीए में शामिल होने से मना कर दिया।
अभी विधानसभा की क्या स्थिति है
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- अरुणाचल असेंबली में कुल 60 सीटें हैं। 2014 में हुए इलेक्शन में कांग्रेस के 42, पीपीए के 5, बीजेपी के 11 और दो निर्दलीय विधायक थे।
- जुलाई में सुप्रीम कोर्ट ने जब कलिखो पुल को हटाकर नबाम तुकी की सरकार को बहाल किया था, तब पीपीए के पांच विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए थे। और यह आकंड़ा 47 हो गया था।
- अरुणाचल प्रदेश के 28 दिन तक सीएम रहे कलिखो पुल (47) की अगस्त में मौत हो गई। इससे उनकी सीट खाली हो गई। इसके अलावा, कांग्रेस के दो और विधायक ने इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद कांग्रेस के पास 44 विधायक बचे हैं। इनमेंं से 43 विधायक पीपीए के साथ चले गए हैं।
16th September, 2016