बडों की हवा निकालने की तैयारी में छोटे दल !
1 of
4
लखनऊ। अगले कुछ माह में यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां यहां तेज हो गयी है। जहां एक ओर यूपी में प्रमुख दल एक दूसरे पर आरोपों की बौछार कर स्वयं का जनाधार बढाने में लगे है। वहीं छोटे दलों ने इस बार इन प्रमुख दलों के यहां दरबारगिरी करने के बजाए स्वयं का एक गठबंधन बनाने की तैयारी में है। इन छोटे दलों के गठबंधन का नेतृत्व बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार स्वयं कर रहे है। इस गठजोड को धार देने के लिए नितीश कुमार आगामी 4 अक्टूबर को बागपत के बढौत में पूर्व प्रधानमंत्री चैधरी चरण सिंह की प्रतिमा का अनावरण करने जा रहे है। इसके साथ गठबंधन को लेकर वार्ता तेज होने के कयास लगाये जा रहे है।
सूबे के चारों प्रमुख दल.....आगे क्लिक करे.
गठबंधन का गणित:-
भाजपा, कांग्रेस, सपा एवं बसपा ने आगामी विधानसभा चुनाव में किसी दल के साथ गठबंधन न करने का ऐलान कर दिया है। यह दल अकेले की चुनाव मैदान में उतरने के लिए ताल ठोंक रहे है। ऐसे में छोटे दलों के पास अपना वजूद कायम रखने के लिए सीमित विकल्प ही बच रहे है। इसे देख जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष नितीश कुमार बिहार की तर्ज पर यूपी में अपने पैर जमाना चाहते है। शराब बंदी का मुद्दा बिहार की तर्ज पर यूपी में हिट कराने के लिए नितीश कुमार बीते कई माह से यूपी में लगातार कार्यक्रम कर रहे है। इसके साथ ही दूसरे दलों के निमंत्रण पर भी नितीश कुमार यूपी में आकर अपना एजेण्डा लोगों के बीच रख आकर्षित करने की बराबर कोशिश कर रहे है।
भाजपा, कांग्रेस, सपा एवं बसपा ने आगामी विधानसभा चुनाव में किसी दल के साथ गठबंधन न करने का ऐलान कर दिया है। यह दल अकेले की चुनाव मैदान में उतरने के लिए ताल ठोंक रहे है। ऐसे में छोटे दलों के पास अपना वजूद कायम रखने के लिए सीमित विकल्प ही बच रहे है। इसे देख जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष नितीश कुमार बिहार की तर्ज पर यूपी में अपने पैर जमाना चाहते है। शराब बंदी का मुद्दा बिहार की तर्ज पर यूपी में हिट कराने के लिए नितीश कुमार बीते कई माह से यूपी में लगातार कार्यक्रम कर रहे है। इसके साथ ही दूसरे दलों के निमंत्रण पर भी नितीश कुमार यूपी में आकर अपना एजेण्डा लोगों के बीच रख आकर्षित करने की बराबर कोशिश कर रहे है।
भाजपा, सपा एंव....आगे क्लिक करे.
सत्ता का सुख:-
भाजपा, सपा एवं कांग्रेस के साथ चुनावी ताल मेल कर सत्ता सुख भोग चुके राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया अजित सिंह के साथ यूपी का कोई बडा दल इस बार गठबंधन करने को तैयार नहीं है। ऐसे में उन्हें अपना वजूद कायम रखने के लिए छोटे दलों के साथ आना उनकी मजबूरी हो गयी है। अपने पिता चैधरी चरण सिंह की विरासत को आगे बढाने के लिए छोटे चैधरी आगामी चार अक्टूबर को बागपत के बढौत कस्बे में उनकी मूर्ति का अनावरण कराने जा रहे है। इसके लिए उन्होंने बिहार के सीएम नितीश कुमार को आमंत्रित किया है। इससे पूर्व नितीश कुमार बसपा छोड चुके पूर्व मंत्री आर के चैधरी की रैली में राजधानी लखनऊ आ चुके है।
भाजपा, सपा एवं कांग्रेस के साथ चुनावी ताल मेल कर सत्ता सुख भोग चुके राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया अजित सिंह के साथ यूपी का कोई बडा दल इस बार गठबंधन करने को तैयार नहीं है। ऐसे में उन्हें अपना वजूद कायम रखने के लिए छोटे दलों के साथ आना उनकी मजबूरी हो गयी है। अपने पिता चैधरी चरण सिंह की विरासत को आगे बढाने के लिए छोटे चैधरी आगामी चार अक्टूबर को बागपत के बढौत कस्बे में उनकी मूर्ति का अनावरण कराने जा रहे है। इसके लिए उन्होंने बिहार के सीएम नितीश कुमार को आमंत्रित किया है। इससे पूर्व नितीश कुमार बसपा छोड चुके पूर्व मंत्री आर के चैधरी की रैली में राजधानी लखनऊ आ चुके है।
इस तरह यूपी में...आगे क्लिक करे.
यूपी पर नजर:-
इस तरह यूपी में बडे दलों को शिकस्त देने के लिए यूपी में बनने वाले महागठबंधन की अगुवाई रालोद करने जा रहा है। लेकिन चेहरा जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष एवं बिहार के सीएम नितीश कुमार का ही रहेगा। इसमें शामिल होने के लिए बसपा छोड चुके पूर्व मंत्री आर के चैधरी की पार्टी बीएस-4 ने सहमति दे दी है। इस गठबंधन में अन्य दलों को भी जोडने की तैयारी है। इसमें पीस पार्टी, कौमी एकता दल, अपना दल कृष्णा गुट , मुस्लिम मंच सहित दलों से वार्ता जारी है। इस वार्ता को अंजाम तक पंहुचाने के लिए चार अक्टूबर के बाद प्रयास तेज होंगे। जनता दल यू के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश निरंजन भैया ने बताया कि राजद ने यहां पर चुनाव लडने से मना कर दिया है। लेकिन हमारे साथ करीब दर्जन भर दल गठबंधन करने को तैयार है। इस समय तो सभी दल संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करने का प्रयास कर रहे है। उन्होंने कहा कि सीटों का बटवारे में कोई पेंच नहीं होगा सब लोग बैठकर इसे हल कर देंगे।
इस तरह यूपी में बडे दलों को शिकस्त देने के लिए यूपी में बनने वाले महागठबंधन की अगुवाई रालोद करने जा रहा है। लेकिन चेहरा जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष एवं बिहार के सीएम नितीश कुमार का ही रहेगा। इसमें शामिल होने के लिए बसपा छोड चुके पूर्व मंत्री आर के चैधरी की पार्टी बीएस-4 ने सहमति दे दी है। इस गठबंधन में अन्य दलों को भी जोडने की तैयारी है। इसमें पीस पार्टी, कौमी एकता दल, अपना दल कृष्णा गुट , मुस्लिम मंच सहित दलों से वार्ता जारी है। इस वार्ता को अंजाम तक पंहुचाने के लिए चार अक्टूबर के बाद प्रयास तेज होंगे। जनता दल यू के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश निरंजन भैया ने बताया कि राजद ने यहां पर चुनाव लडने से मना कर दिया है। लेकिन हमारे साथ करीब दर्जन भर दल गठबंधन करने को तैयार है। इस समय तो सभी दल संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करने का प्रयास कर रहे है। उन्होंने कहा कि सीटों का बटवारे में कोई पेंच नहीं होगा सब लोग बैठकर इसे हल कर देंगे।
आपका स्लाइडशो खत्म हो गया है
स्लाइडशो दोबारा देखेंलखनऊ। अगले कुछ माह में यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां यहां तेज हो गयी है। जहां एक ओर यूपी में प्रमुख दल एक दूसरे पर आरोपों की बौछार कर स्वयं का जनाधार बढाने में लगे है। वहीं छोटे दलों ने इस बार इन प्रमुख दलों के यहां दरबारगिरी करने के बजाए स्वयं का एक गठबंधन बनाने की तैयारी में है। इन छोटे दलों के गठबंधन का नेतृत्व बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार स्वयं कर रहे है। इस गठजोड को धार देने के लिए नितीश कुमार आगामी 4 अक्टूबर को बागपत के बढौत में पूर्व प्रधानमंत्री चैधरी चरण सिंह की प्रतिमा का अनावरण करने जा रहे है। इसके साथ गठबंधन को लेकर वार्ता तेज होने के कयास लगाये जा रहे है।
सूबे के चारों प्रमुख दल.....आगे क्लिक करे.