आम आदमी पार्टी के लिए उनके पूर्व पंजाब कन्वीनर सुच्चा सिंह छोटेपुर को रिश्वत लेने के आरोप में पार्टी से निकालना लगातार मुसीबत भरा हो रहा है. कुछ महीने पहले सुच्चा सिंह छोटेपुर को पार्टी ने रिश्वत लेने के आरोप में बाहर का रास्ता दिखा दिया था. पार्टी ने कहा था कि सुच्चा सिंह छोटेपुर ने एक वॉलेंटियर से टिकट दिलवाने का वादा करके करीब दो लाख रुपये रिश्वत ली. जिसका वीडियो बनाकर स्टिंग किया गया. जिसके बाद पार्टी ने सुच्चा सिंह छोटेपुर को जांच करते हुए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था.
केजरीवाल और संजय सिंह ने रची स्टिंग की साजिश
सुच्चा सिंह छोटेपुर का बहुचर्चित स्टिंग ऑपरेशन करने वाले गुरुलाभ सिंह महल ने चंडीगढ़ के एक प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके ये साफ किया कि सुच्चा सिंह छोटेपुर एक ईमानदार आदमी हैं. उन्होंने कहा कि सुच्चा सिंह छोटेपुर को हटाने की साजिश अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह ने रची थी. गुरुलाभ सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी की हाई कमान अरविंद केजरीवाल, दुर्गेश पाठक और संजय सिंह की मर्जी के अनुसार मैंने उनका स्टिंग ऑपरेशन किया. उन्होंने एक ऑडियो क्लिपिंग भी मीडिया को सुनाई, जिसमें सुच्चा सिंह छोटेपुर से पैसे लेने को कह रहा था और छोटेपुर इंकार कर रहा था.
महल ने बताया कि सुच्चा सिंह छोटेपुर के बढ़ते हुए राजनीतिक कद से डरकर और आने वाले चुनावों में टिकटों के बंटवारे को आम आदमी पार्टी के दिल्ली में बैठे हुए लोगों के हिसाब से करने के लिए सुच्चा सिंह छोटेपुर को दरकिनार करना बहुत जरूरी था. इसलिए आम आदमी पार्टी ने मुझे सुच्चा सिंह छोटेपुर को 2 लाख रुपये बिना रसीद के देने की जिम्मेदारी सौंपी. सुच्चा सिंह छोटेपुर इन पैसों को नहीं ले रहा था लेकिन मैं जबरदस्ती उसे देकर आया.
उन्होंने कहा कि इसके पीछे मेरा उद्देश्य सिर्फ इतना था कि मैं आम आदमी पार्टी और केजरीवाल की असलियत जानने के लिए इनका वफादार बनना चाहता था. साथ ही दिमाग में यह भी था कि शायद आम आदमी पार्टी में मुझे कोई बड़ा पद मिल जाए. अब मेरे पास पर्याप्त सबूत हैं और मैं अपनी बात की सत्यता प्रमाणित कर सकता हूं. इसलिए मैं इतनी देर बाद मीडिया के सामने आया हूं. मैं आगे भी और सबूतों के साथ आम आदमी पार्टी के बारे में खुलासा करता रहूंगा.
सुच्चा सिंह ने बनाई नई पार्टी
वहीं गुरुलाभ सिंह के इस खुलासे के बाद सुच्चा सिंह छोटेपुर जो एक वक्त में आम आदमी पार्टी के पंजाब कन्वीनर हुआ करते थे, लेकिन पार्टी से निकाले जाने के बाद उन्होंने अपनी अलग राजनीतिक पार्टी 'अपना पंजाब पार्टी' बना ली है. वो एक बार फिर से मीडिया के सामने आए और उन्होंने कहा कि वो तो पार्टी से निकाले जाने पर भी कहते रहे थे कि वो एक ईमानदार छवि के आदमी हैं. इससे पहले भी कई बार वो पार्टी के लिए इसी तरह से फंड लोगों से लेते रहे थे और पार्टी की रैलियों और बैठकों में इस पैसे को खर्च भी किया गया. सुच्चा सिंह छोटेपुर ने कहा कि इस फंड को लेने से पहले पार्टी ने कभी भी इनकार नहीं किया लेकिन जब पार्टी को लगा कि पंजाब के एक पंजाबी चेहरे की लोकप्रियता पार्टी में बढ़ती जा रही है तो सोची समझी प्लानिंग से एक फर्जी स्टिंग करवाकर रिश्वत लेने का आरोप लगाकर उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. जबकि वो एक ईमानदार छवि के आदमी हैं जिसको पूरा पंजाब जानता है.
सुच्चा सिंह छोटेपुर को फर्जी स्टिंग करके रिश्वत लेने का आरोप लगाकर पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाए जाने के आरोप पर अरविंद केजरीवाल ने कभी पार्टी के वॉलेंटियर रहे और सुच्चा सिंह छोटेपुर का स्टिंग करने वाले गुरलाभ सिंह पर ही सवाल उठा दिए. उन्होंने कहा कि इतने दिन से गुरुलाभ सिंह कहां गायब था और अब वो इस तरह के आरोप चुनाव से ठीक पहले क्यों लगा रहा है. ये अपने आप में बयां करने के लिए काफी है कि ये आरोप आम आदमी पार्टी के खिलाफ साजिश है. आम आदमी पार्टी की लोकप्रियता को देखकर विपक्षी पार्टियां इस तरह के हथकंडे अपना रही हैं.
आम आदमी पार्टी भले ही गुरुलाभ सिंह के खुलासे को एक आरोप कहकर टाल दे. लेकिन आम आदमी पार्टी के पास इस सवाल का जवाब नहीं है कि जब इसी गुरलाली सिंह के स्टिंग को आधार बनाकर ही आम आदमी पार्टी ने अपने पंजाब के कन्वीनर सुच्चा सिंह छोटेपुर को रिश्वत लेने के आरोप में पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था तो अब पार्टी उसी गुरुलाभ सिंह को भी कटघरे में कैसे खड़ा कर रही है. जबकि इसी स्टिंग पर ही इस पूरी कार्यवाही को अंजाम दिया गया था.
2nd February, 2017