नई दिल्ली: बीजेपी नेता तरूण विजय की टिप्पणी को लेकर कांग्रेस सदस्यों ने भारी हंगामे किया. भारी हंगामे के कारण लोकसभा में प्रश्नकाल की कार्यवाही आज 10 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी.
जाति-धर्म, रंगभेद बर्दाश्त नहीं: राजनाथ सिंह
केद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में कहा कि किसी भी स्थिति में जाति- धर्म, रंग-भेद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और यहां ऐसी चीजों की जगह नहीं है. उन्होंने विपक्ष को जवाब देते हुए कहा कि तरुण विजय ने माफी मांग ली है तो अब कैसा एक्शन.
मल्लिकार्जुन खडगे ने मुद्दे को उठाया
आज सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने इस मुद्दे को उठाने का प्रयास किया. लेकिन स्पीकर सुमित्रा महाजन ने इसे शून्यकाल के दौरान उठाने को कहा. वामदलों के सदस्य भी भाजपा नेता की टिप्पणी के विषय को उठाते देखे गए. सुमित्रा महाजन ने कहा कि हिन्दुस्तान इतना बड़ा देश है. कोई भी, कहीं भी कुछ भी बोले और इस विषय पर सदन को बाधित करना ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि वे इस सदन के सदस्य भी नहीं है.
हम सदन में नहीं बोलेंगे तब कहां बोलेंगे?- खडगे
इस पर खडगे ने सवाल किया कि हम सदन में नहीं बोलेंगे तब कहां बोलेंगे? कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी पार्टी सदस्यों से कुछ कहते देखा गया. इसके बाद कांग्रेस सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे. कांग्रेस सदस्य ‘ये अपमान नहीं सहेंगे, भेदभाव बंद करो’ के नारे लगा रहे थे. इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि हमारी दक्षिण भारत से आने वाली एक मंत्री निर्मला सीतारमण जवाब दे रही हैं. दक्षिण, उत्तर, पूर्व मध्य, पश्चिम के आधार पर आप भेद मत करें. हमारे लिये पूरा देश गौरव का विषय है. दक्षिण भारत की एक मंत्री जवाब दे रही हैं, और आप धर्य से उनका जवाब सुने. हालांकि कांग्रेस सदस्यों का शोर शराबा जारी रहा. व्यवस्था बनते नहीं देख अध्यक्ष ने कार्यवाही शुरू होने के 10 मिनट बाद 11 बजकर 20 मिनट के तक स्थगित कर दी.
क्या है पूरा मामला?
उल्लेखनीय है कि हाल ही में अफ्रीकी छात्रों पर हमले के बाद नस्लभेद के आरोपों पर भारत का बचाव करते हुए भाजपा नेता तरूण विजय ने कार्यक्रम में कहा था, ‘ हमारे यहां अश्वेत लोग हर तरफ हैं.’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘यदि हम नस्लभेदी होते तो हमारे साथ समूचा दक्षिण क्यों होता ?’ विजय के बयान को लेकर सोशल मीडिया पर विवाद पैदा हो गया, जिसके बाद उन्हें ट्विटर पर माफी मांगनी पड़ी थी. भाजपा नेता ने कहा था, ‘यदि हम नस्लभेदी होते तो हमारे साथ समूचा दक्षिण क्यों होता ? आप जानते हैं कि....पूरी तरह तमिल, आप केरल को जानते हैं, कर्नाटक और आंध्र को जानते हैं. हम उनके साथ क्यों रहते हैं ? हमारे यहां तो हर तरफ अश्वेत हैं.’
10th April, 2017