युरिड मीडिया डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शिमला रैली का अभी खुमार खत्म भी नहीं हुआ था कि पुलिस के लिए एक नई मुसीबत खड़ी हो गई। ये मुसीबत कोई ओर नहीं बल्कि प्रधानमंत्री के लिए लाई गई वो कुर्सी है जिस पर शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान में रैली के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी बैठे थे। ये कुर्सी चार दिन पहले रैली खत्म होने के बाद चोरी हो गई जिससे शिमला पुलिस परेशान है।
दरअसल मामले को पहले पुलिस ने यूं ही नजरअंदाज कर दिया कि शायद कुर्सी मिल जाएगी लेकिन चार दिन बाद भी जब कुर्सी नहीं मिली तो मामले ने तूल पकड़ लिया। इस मामले की चर्चा इन दिनों खूब हो रही है। अब इस मामले में एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग भी उठी है। प्रदेश सरकार के डिप्टी एडवोकेट जनरल विनय शर्मा ने पत्र लिखकर शिमला के एसपी को शिकायत भेजी है और मांग की है कि पीएम के लिए रिज मैदान में बने मंच पर रखी कुर्सी चोरी होने के मामले में एफआईआर दर्ज की जाए।
उन्होंने इस मामले में दोषी के खिलाफ उचित कार्रवाई की भी मांग की है। एसपी को ई-मेल से भेजे गए पत्र में ये भी पूछा है कि सुरक्षा एजेंसियों की मौजूदगी में पीएम की कुर्सी कैसे चोरी हो गई। पीएम के लिए लाई गई कुर्सी का चोरी होना देश व प्रदेश के लिए प्रतिष्ठा का मामला है। विनय शर्मा ने इस मामले में तुरंत एफआईआर दर्ज कर जांच की मांग की है।
दरअसल 27 अप्रैल को रिज मैदान में मोदी की रैली के दौरान प्रधानमंत्री जिस कुर्सी पर बैठे थे वो कई दिनों से गायब है। मोदी की कुर्सी गायब होने का पता तब चला जब रैली के संपन्न होने के बाद वो कुर्सी उस फर्नीचर हाउस में नहीं पहुंची, जहां से वो ली गई थी। रैली से चोरी भी वही कुर्सी हुई जिस पर प्रधानमंत्री मोदी बैठे थे। भाजपा नेताओं द्वारा लोअर बाजार के फर्नीचर हाउस से मंच के लिए 11 कुर्सियां मंगवाई गई थी। मंच पर लगी सभी कुर्सियों में से केवल वहीं कुर्सी रैली खत्म होने के बाद गायब हो गई।
कुर्सी गायब होने के बाद बीजेपी नेता ये कह रहे थे कि प्रधानमंत्री मोदी का कोई फैन ही वो कुर्सी ले गया होगा लेकिन बिना बताए मंच से कुर्सी का गायब होना कई तरह के सवाल खड़े करता है। उधर एसपी शिमला डीडब्ल्यू नेगी का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी के लिए मंच पर रखी कुर्सी के गायब होने के मामले में अभी तक उन्हें कोई शिकायत नहीं मिली है। यदि कोई शिकायत आती है तो वो इस मामले की जांच करेंगे। उन्होंने कहा कि डिप्टी एडवोकट जनरल की तरफ से भेजी गई शिकायत अभी उन्हें नहीं मिली है।
उन्होंने इस मामले में दोषी के खिलाफ उचित कार्रवाई की भी मांग की है। एसपी को ई-मेल से भेजे गए पत्र में ये भी पूछा है कि सुरक्षा एजेंसियों की मौजूदगी में पीएम की कुर्सी कैसे चोरी हो गई। पीएम के लिए लाई गई कुर्सी का चोरी होना देश व प्रदेश के लिए प्रतिष्ठा का मामला है। विनय शर्मा ने इस मामले में तुरंत एफआईआर दर्ज कर जांच की मांग की है।
दरअसल 27 अप्रैल को रिज मैदान में मोदी की रैली के दौरान प्रधानमंत्री जिस कुर्सी पर बैठे थे वो कई दिनों से गायब है। मोदी की कुर्सी गायब होने का पता तब चला जब रैली के संपन्न होने के बाद वो कुर्सी उस फर्नीचर हाउस में नहीं पहुंची, जहां से वो ली गई थी। रैली से चोरी भी वही कुर्सी हुई जिस पर प्रधानमंत्री मोदी बैठे थे। भाजपा नेताओं द्वारा लोअर बाजार के फर्नीचर हाउस से मंच के लिए 11 कुर्सियां मंगवाई गई थी। मंच पर लगी सभी कुर्सियों में से केवल वहीं कुर्सी रैली खत्म होने के बाद गायब हो गई।
2nd May, 2017