मायावती के इस करीबी को प्रदेश सरकार दे सकती है बड़ी ज़िम्मेदारी...
लखनऊ. दलित वोटरों को साधने के लिए योगी आदित्यनाथ ट्रंपकार्ड चलने वाले हैं। बसपा प्रमुख मायावती के बेहद खास अफसर रहे पूर्व डीजीपी बृजलाल को सरकार में बड़ी जिम्मेदारी मिलने वाली है। कयास है कि प्रदेश की बिगड़ती कानून-व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए बृजलाल को अनुभव के आधार पर सुरक्षा सलाहकार बनाया जाएगा। विदेश से इलाज कराकर लौटे बृजलाल ने सोमवार की देर शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करने के बाद कहाकि फिलहाल खुद को 1980 के दशक के पुलिस कप्तान जैसा महसूस कर रहे हैं।
मायावती सरकार में बृजलाल ही पुलिस का चेहरा थे
वर्ष 2007 से वर्ष 2012 तक मायावती सरकार के दौरान बृजलाल ही पुलिस का चेहरा होते थे। डीजीपी की कुर्सी पर कोई भी बैठे, लेकिन प्रदेश में कानून-व्यवस्था के नाम पर बृजलाल के आदेश तामील होते थे। मायावती सरकार में एजीडी (कानून-व्ववस्था) रहे बृजलाल ने प्रदेश पुलिस मुखिया यानी डीजीपी की जिम्मेदारी भी 30 सितंबर 2011 से 8 जनवरी 2012 तक संभाली थी। जनवरी 2015 में बृजलाल ने भाजपा से नाता तोडक़र राजनीतिक पारी को खेलने का संकेत दिया था, लेकिन कतिपय कारणों से चुनाव के दौरान नजर नहीं आए।
चुनाव लडऩा चाहते थे, लेकिन सेहत ने बेबस कर दिया
सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करने बृजलाल पहुंचे तो कयासों के दौर शुरू हो गया। मुलाकात के बाद बृजलाल ने कहाकि सिर्फ अनौपचारिक भेंट करने आए थे, किसी पद की लालसा नहीं है। बृजलाल ने कहाकि वह चुनाव लडऩा चाहते थे, पार्टी टिकट भी देने के लिए तैयार थी, लेकिन स्वास्थ्य संबंधी कारणों से मजबूर था। कई महीने तक विदेश में इलाज कराने के बाद अभी कुछ दिन पहले शहर लौटा तो मुख्यमंत्री से मिलने शास्त्री भवन में पहुंच गया।
100 से ज्यादा एनकाउंटर किए, अब कानून-व्यवस्था संभालेंगे
बृजलाल की गिनती प्रदेश के तेज-तर्रार पुलिस अफसरों में होती है। मायावती शासनकाल में प्रदेश की चुस्त पुलिसिंग के पीछे बृजलाल की कार्यप्रणाली थी। अपनी सर्विस के दौरान बृजलाल ने अकेले और टीम के साथ मिलकर 100 से ज्यादा बदमाशों का एनकाउंटर किया था। फिलहाल चर्चा है कि योगी आदित्यनाथ जल्द ही बृजलाल को प्रदेश का सुरक्षा सलाहकार बनाएगी। कारण यहकि लगातार सख्ती के बावजूद डीजीपी सुलखान सिंह कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर फेल हैं। ऐसे में सुलखान से नाराज योगी आदित्यनाथ कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर नया दांव खेलने को तैयार हैं।
100 से ज्यादा एनकाउंटर किए, अब कानून-व्यवस्था संभालेंगे
15th June, 2017