दिल्ली- 30 जून की रात को GST आयोजन में शामिल नहीं होने पर कांग्रेस ने सफाई दी है और उसकी वजहें भी बताई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि आधी रात को संसद के सेंट्रल हॉल में स्वतंत्र भारत में तीन आयोजन हुए हैं। 1947 में आजादी पर, 1972 में आजादी की रजत जयंती पर और 1997 में आजादी की स्वर्ण जयंती पर। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के लिए GST का मतलब गुड्स ऐंड सर्विसेज टैक्स नहीं है। गुरुवार के जश्न से लगता है कि GST से उनका तात्पर्य ग्रैंड सेल्फप्रमोटिंग तमाशा है।
उन्होंने कहा कि दूसरी बार 1972 में आजादी की सिल्वर जुबली के मौके पर सेंट्रल हॉल में जश्न मनाया गया था और तीसरी बार 1997 में आजादी की गोल्डन जुबली के मौके। उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि आधी रात को सेंट्रल हॉल में आजादी के जश्न के मौके पर आजतक देश में खुशियां मनाई गई है। हालांकि, उन्होंने कहा कि सेंट्रल हॉल में दिन में बहुत सारे फंक्शन हुए हैं।
आजाद ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि शायद भारतीय जनता पार्टी के लिए 1947 मायने नहीं रखती, क्योंकि उनकी पार्टी के लोग आजादी में कोई हिस्सा नहीं लिया। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि संसद के सेंट्रल हाल में आधी रात को आयोजन की अपनी एक गरिमा और महत्व रहा है। मोदी सरकार द्वारा टैक्सेशन कानून की तुलना देश की आजादी से करना आजादी जैसे महत्वपूर्ण आयोजन का अपमान है। खड़गे ने कहा कि यूपीए सरकार ने कई चीजें देश की जनता को दीं, जैसे आरटीआई, खाद्य सुरक्षा, आरटीई। लेकिन कभी भी जश्न नहीं मनाया।