वीरभद्र ने अपनी सियासी पारी चल दी हैं। ऐसे में यदि सुक्खू को नहीं हटाया जाता तो पार्टी के अंदर सीएम वीरभद्र सिंह की बड़ी हार के तौर पर देखा जाएगा। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुक्खू को भी दिल्ली बुलाया गया है, अब देखना होगा कि दिल्ली दौरे का क्या नतीजा सामने आता है। हालांकि कांग्रेस संगठन से मुलाक़ात के बाद ही सीएम वीरभद्र अपना रुख साफ करेंगे।