लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2014 में मिली भारी सफलता को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के राष्ट्रिय अध्यक्ष अमित शाह को क्रेडिट दिया था, और कहा था अमित शाह के राजनैतिक मैनेजमेंट से बीजेपी को काफी लाभ मिला है। तीन साल केंद्र सरकार में तमाम उपलब्धियों के साथ-साथ राज्यों में हुए चुनाव में भी मिली सफलता के लिए पीएम सहित बीजेपी के अन्य नेता भी अमित शाह को काफी श्रेय देते है।
बीजेपी का कांग्रेस विहीन नारे को सफल बनाने के लिए शाह जिस जोश खरोश के साथ देश में धुआधार रैलियाँ और दौरे कर रहे है और 2019 लोकसभा चुनाव में 2014 का भी रेकॉर्ड तोड़ने का दावा कर रहे है। वहीं अमित शाह अब अपने बेटे जय शाह के कंपनी टेंपल इंटरप्राइजेज पर उठे आरोपों से बाहर से आक्रामक लेकिन अंदर से बचाव की मुद्रा में दिखाई दे रहे हैं। 2019 लोकसभा चुनाव मोदी-अमित जोड़ी पर ही बीजेपी को पूरा भरोसा है। तीन साल तक इसी भरष्टाचार आरोपों के ना लगने का दावा करने वाले बीजेपी नेता अमित शाह के बेटे के एक ही आरोप पर तिलमिला गए है और बचाव की मुद्रा मे हैं।
विपक्ष विशेषकर राहुल गांधी जिस तरह से जय शाह के कंपनी पर लगे आरोपों को लेकर मोदी पर आक्रामक है उससे बीजेपी सरकार में किसी भ्रष्टाचार न होंने का दावा करना जनता के बीच संदेह पैदा कर रहा है। पीएम मोदी का कहना "ना खाऊँगा ना खाने दूंगा" भ्रष्टाचार पर नकेल लगेगी और फर्जी कंपनियों के घोटालेबाज मालिक बचेंगे नहीं।
अब सवाल मोदी की इसी नैतिकता पर उठता है कि अगर जय शाह निर्दोष है तो एक निष्पक्ष जांच कराकर आरोपों को दूर क्यों नहीं करा रहे है। आरोप सही है या गलत, यह तो जांच का विषय बन गया है। प्रधानमंत्री मोदी जैसे ईमानदार व्यक्ति को जनता के बीच में अपनी ईमानदार छवि बनाए रखने के लिए लोकपाल का गठन करके जय शाह, पी. चिदमबरम, लालू यादव, एम.कृष्ण जैसे तमाम राजनेताओं पर लगे आरोपों की जांच सौप देनी चाहिए इससे मोदी की नैतिकता निष्पक्षता और ईमानदारी को लेकर जनता में एक अच्छी छवि उभरकर सामने आती है।
बीजेपी का कांग्रेस विहीन नारे को सफल बनाने के लिए शाह जिस जोश खरोश के साथ देश में धुआधार रैलियाँ और दौरे कर रहे है और 2019 लोकसभा चुनाव में 2014 का भी रेकॉर्ड तोड़ने का दावा कर रहे है। वहीं अमित शाह अब अपने बेटे जय शाह के कंपनी टेंपल इंटरप्राइजेज पर उठे आरोपों से बाहर से आक्रामक लेकिन अंदर से बचाव की मुद्रा में दिखाई दे रहे हैं। 2019 लोकसभा चुनाव मोदी-अमित जोड़ी पर ही बीजेपी को पूरा भरोसा है। तीन साल तक इसी भरष्टाचार आरोपों के ना लगने का दावा करने वाले बीजेपी नेता अमित शाह के बेटे के एक ही आरोप पर तिलमिला गए है और बचाव की मुद्रा मे हैं।
11th October, 2017