लंबे इंतजार के बाद शनिवार सुबह शिवराज कैबिनेट का विस्तार किया गया। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल सुबह साढ़े नौ बजे राजभवन में तीन नए मंत्रियों को शपथ दिलाएंगी। माना जा रहा है कि कोलारस और मुंगावली उपचुनाव को देखते हुए जातिगत समीकरण साधने के लिए कैबिनेट में ये बड़ा बदलाव किया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक लगभग एक साल से टल रहा कैबिनेट विस्तार शनिवार को हो सकता है।नारायण सिंह, बालकृष्ण और जालम सिंह मध्यप्रदेश कैबिनेट में शामिल हो गए। राजभवन में मंत्रीपद की शपथ लेने के बाद वे राज्य कैबिनेट में शामिल हो गए।
यह खुशी का अवसर है। इस तरह से कैबिनेट को संतुलित किया जाएगा इससे बेहतर काम और परिणाम आयेंगे। अभी एक विस्तार किया गया है आगे कैबिनेट का छोटा विस्तार फिर से किया जाएगा। शिवराज चौहान ने कैबिनेट विस्तार पर मीडिया से ये बातें कहीं।
बता दें कि, गुरुवार रात मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने राज्यपाल से मुलाकात कर समय मांगा था। इसके बाद शुक्रवार को दिन भर शपथग्रहण समारोह की तैयारियां चलती रहीं। राज्य सरकार की ओर से सामान्य प्रशासन विभाग ने आमंत्रण पत्र छपने के लिए भेज दिए थे। जिसके बाद संभावना जताई जाने लगी कि कैबिनेट में तीन चेहरों को शामिल किया जा सकता है।
एक अनुसूचित जाति, एक लोधी और एक पाटीदार विधायक को लिए जाने की संभावना थी। अजा वर्ग से गोपीलाल जाटव या प्रदीप लारिया के नाम पर विचार किया जा रहा था। वहीं जालम सिंह पटेल और नारायण सिंह कुशवाह, बालमुकुंद पाटीदार के नाम पर विचार चल रहा था। विस्तार में सामान्य वर्ग से किसी भी विधायक को मौका नहीं दिया जाएगा।
सूत्रों का कहना है कि कैबिनेट से कोई बाहर नहीं किया जाएगा। बिना विभाग के मंत्री हर्षसिंह ने कामकाज करने में दिक्कतों का हवाला देकर मुक्त करने की बात कही है।
इधर, कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और सांसद विवेक तनखा द्वारा की गई शिकायत के बाद केंद्रीय चुनाव आयोग ने मुख्यसचिव बीपी सिंह को पत्र लिखकर जवाब मांगा है। जवाब आने के बाद चुनाव आयोग इस बारे में अपना फैसला सुनाएगा।
3rd February, 2018