लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी के जनाधार बढ़ाने के लिए सभी पदाधिकारियों के साथ मीटिंग की। बैठक में मायावती ने सर्वसमाज में पार्टी के जनाधार को बढ़ाने के कार्यों की गहन समीक्षा करते हुए आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में संगठन को पूरी तरह से ढालने के लिए कार्यकर्ताओं में जोश भरा। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के बिगड़ते हुये राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक व आपराधिक माहौल पर कहा कि बीजेपी के शासन में भी हिंसा, भय व आतंक का बुरा माहौल हर स्तर पर व्याप्त है जिससे सर्वसमाज के मेहनतकश लोगों व व्यापारियों आदि का भी जीवन काफी ज्यादा असुरक्षित हो गया है।
इस दौरान बसपा सुप्रीमो ने कहा, "प्रदेश में महंगाई, बेरोज़गारी बढ़ती जा रही है, योगी राज में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चौपट है। सत्ता में आ जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अब उत्तर प्रदेश की चिन्ता नहीं सताती है। उनका ज़्यादा समय विपक्ष को कोसते रहने में ही बीतता है। जबकि उत्तर प्रदेश में बीजेपी की भगवा सरकार अपने नेताओं पर से गंभीर आपराधिक मुकदमों की वापसी को ही असली जनसेवा व सही देशभक्ति समझ बैठी है और इसी ग़लत काम में ही पूरी तरह से व्यस्त है जो अति दुर्भाग्यपूर्ण।" आगे उन्होने कहा कि बसपा 2019 के आम चुनाव के लिए पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को जनता के बीच जाकर उनसे संवाद स्थापित करने को कहा।
देश व प्रदेश की जनता नोटबन्दी के अपरिपक्व फैसले व जी.एस.टी. के नये कर कानून की आर्थिक ज़ख़्मों से कराह रही है, फिर भी बीजेपी की सरकारें अनगिनत हवा-हवाई दावों से उनके ज़ख्मों पर नमक छिड़कने से बाज़ नहीं आ रही हैं। शिक्षित बेरोज़गारों को नौकरी मुहैया कराने की ईमानदार कोशिश करने के बजाय मोदी सरकार उन्हें चाय व पकौड़ा बेचने के लिये ही मजबूर करना चाहती है और इसी लिये केवल ऐसे ही लोगों की गुणगान में लगातार लगी रहती हैं। क्या ऐसे ही भारत आगे बढ़ेगा व आयुष्मान होगा?
देश व प्रदेश की जनता नोटबन्दी के अपरिपक्व फैसले व जी.एस.टी. के नये कर कानून की आर्थिक ज़ख़्मों से कराह रही है, फिर भी बीजेपी की सरकारें अनगिनत हवा-हवाई दावों से उनके ज़ख्मों पर नमक छिड़कने से बाज़ नहीं आ रही हैं। शिक्षित बेरोज़गारों को नौकरी मुहैया कराने की ईमानदार कोशिश करने के बजाय मोदी सरकार उन्हें चाय व पकौड़ा बेचने के लिये ही मजबूर करना चाहती है और इसी लिये केवल ऐसे ही लोगों की गुणगान में लगातार लगी रहती हैं। क्या ऐसे ही भारत आगे बढ़ेगा व आयुष्मान होगा?
10th February, 2018