लखनऊ। कश्मीर मुद्दे पर सियासत दुर्भाग्यपूर्ण है। पिछले 40 दिनों में 26 जवान शहीद हुए और केंद्र सरकार बयानबाजी तक सीमित है। कांग्रेस, अन्य राजनीतिक दलों तथा मुस्लिम और हिन्दू संगाथाओं द्वारा कश्मीर पर बयानबाजी चल रही है, इसे रोका जाना चाहिए। मीडिया का भी रोल कश्मीर मुद्दे पर बहुत सकारात्मक नहीं है। टीआरपी बढ़ाने के लिए ऐसे-ऐसे भड़काऊ बयान देनेवाले नेताओं मौलनाओं एवं हिन्दू संगठनों से जुड़ें लोगों को ड़ीबेट में बुलाते है। यह उचित नहीं है। देशहित में कश्मीर जैसे मुद्दे पर अच्छी बहस और जानकार सकारात्मक लोगों को डीबेट में बुलाना चाहिए।
13th February, 2018