नई दिल्ली। छत्तीसगण विधानसभा से कांग्रेस के 30 विधायक निलंबित कर दिये गए है। यहां मुख्यमंत्री रमन सिंह ने राज्य में निवेश के लिए मेटल्स एंड माइनिंग की कंपनी रियो टिंटो को निमंत्रण दिया था जिसका यह सभी कांग्रेस विधायक सदन में विरोध कर रहे थे। विधायकों का आरोप है कि इस कंपनी का संबंध घोटालेबाज नीरव मोदी से है। और यह कंपनी मध्य प्रदेश में बैन है।
भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ को भी लूटने के लिए ये न्योता दिया गया, क्योंकि ये कंपनी पहले ही ब्लैक लिस्टेड हो चुकी है। रियो टिंटो नीरव मोदी की पार्टनर कंपनी है। भूपेश बघेल ने कहा कि 2004 में रियो टिंटो को सर्वेक्षण की अनुमति दी गई थी। अब दोबारा निवेश के नाम पर कंपनी को आमंत्रण दिया जा रहा है. कांग्रेस के बाकी सदस्य भी इस पर चर्चा की मांग करने लगे।
स्पीकर ने स्थगन प्रस्ताव को अस्वीकार करते हुए कहा था कि काल्पनिक मुद्दों पर स्थगन नहीं लगाया जाता. इसके बाद विपक्ष ने इस मामले में हंगामा शुरु कर दिया। जवाब में सत्ता पक्ष की तरफ से भी नारेबाजी शुरू हो गए।
नारेबाज़ी करते हुए विपक्ष के नेता गर्भगृह पहुंच गए और वहां जमीन पर बैठकर नारेबाज़ी करने लगे। गर्भगृह में प्रवेश के कारण स्पीकर ने कांग्रेस के 30 विधायकों के निलंबन की घोषणा करते हुए उन्हें सदन से बाहर जाने का आग्रह किया।
नारेबाज़ी करते हुए विपक्ष के नेता गर्भगृह पहुंच गए और वहां जमीन पर बैठकर नारेबाज़ी करने लगे। गर्भगृह में प्रवेश के कारण स्पीकर ने कांग्रेस के 30 विधायकों के निलंबन की घोषणा करते हुए उन्हें सदन से बाहर जाने का आग्रह किया।
19th February, 2018