लखनऊ। राज्यसभा चुनाव में हार का सामना करने के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती लखनऊ में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर संगठन को मजबूत करने में जूट गयी हैं। बैठक से पहले उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि सपा-बसपा का गठबंधन ऐसे ही नहीं हुआ हैं बल्कि सत्ता से भाजपा को रोकना ही हमारा मिशन हैं।
अपने बयान में मायावती ने बीजेपी पर प्रहार करते हुए कहा, 'साढ़े चार साल की सरकार के दौरान बीजेपी ने सिर्फ ड्रामा और जुमलेबाजी की। खासकर दलितों को लेकर सरकार का रवैया निराशाजनक था। मोदी जी ने मन की बात में भीमराव अंबेडकर के लिए बोला था लेकिन उनकी मानसिकता बाबा साहेब के बिल्कुल विपरीत है जिसके खिलाफ वे खड़े हुए थे। यही वजह है कि बीजेपी-आरएसएस पिछले कई दशकों तक सत्ता से बाहर रही थी।
उन्होंने आगे कहा, 'वे लोग आंबेडकर का नाम जपते हैं लेकिन उस कैटिगरी से जो आते हैं उन पर अत्याचार करते हैं। उन्होंने कहा कि बीएसपी-एसपी का गठबंधन स्वार्थपूर्ण नहीं है बल्कि यह बीजेपी के कुशासन के खिलाफ है।' मायावती ने यह भी कहा, 'हम बीजेपी को सत्ता में आने से रोकेंगे। मेरे लोग उनके भड़काने से नहीं भड़केंगे। बीजेपी सपा-बसपा को लेकर अनर्गल बयानबाजी करते रहते हैं लेकिन इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ेगा।' बताया जा रहा है कि मायावती की अपने वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक खास होगी। माना जा रहा है कि इस बैठक में मायावती बसपा को-ऑर्डिनेटर्स से सपा-बसपा गठबंधन का फीडबैक जानेंगी।
इससे पहले राज्यसभा चुनाव में बीएसपी प्रत्याशी भीमराव आंबेडकर की हार के बाद से ही बीएसपी और एसपी का गठबंधन टूटने के कयास जताए जा रहे थे। लेकिन खुद मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए यह साफ किया कि परिणाम से बीएसपी-एसपी के गठबंधन पर असर नहीं पड़ेगा। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि दोनों पार्टियां आने वाले लोकसभा चुनाव में यूपी की तमाम सीटों पर संयुक्त रूप से अपने उम्मीदवार उतार सकती हैं।
26th March, 2018