लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान परिषद में बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि समाजवादी अब बहरुपिया ब्रांड बनकर रह गया है। समाजवाद अब समाप्तवाद हो रहा है। उन्होंने कहा कि सपा का कोई एक सदस्य मुझे बता दें कि देश में पहली बार समाजवाद शब्द संविधान में कब प्रयोग किया गया था? मुझे समाजवाद की परिभाषा सपा से नहीं सीखनी है और ये देश समाजवाद नहीं, राष्ट्रवाद चाहता है।
आपको बता दें कि संजवादी पार्टी सदस्यों द्वारा सीएम योगी को समाजवाद का विरोधी कहे जाने पर मुख्यमंत्री द्वारा यह बयान आया। उन्होंने सपा सदस्यों से पूछा कि आप बताएं समाजवाद शब्द संविधान में कब आया। इस पर नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन ने कड़ा विरोध जताया। उन्होंने कहा कि समाजवाद, संविधान की सच्चाई है। मुख्यमंत्री अपने शब्द वास लें। इसी को लेकर सपा के सारे सदस्यों ने विधान परिषद में खूब हंगामा किया। इससे पहले मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट को लेकर विपक्ष के आरोप वास्तविकता से परे हैं। उन्होंने कहा हमारे एक साल के शासन काल में किसी किसान ने आत्महत्या नहीं की, जबकि सपा शासन में ऐसे कई मामले आए।
वहीं, विधान परिषद में शून्य काल के दौरान सपा सदस्य राजपाल कश्यप ने पिछड़ों तथा दलितों के आरक्षण का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति, जनजाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग के 85 फीसदी लोगों को आरक्षण प्राप्त है लेकिन बीजेपी सरकार उसे पूरी तरह से खत्म करने की साजिश रच रही है।
28th March, 2018