मार्च में त्रिपुरा की सत्ता संभालने के बाद से मुख्यमंत्री बिप्लब देब जनहित में काम करने से ज्यादा अपने उलजुलूल बयानों को लेकर चर्चा में हैं. अब देब ने रोजगार को लेकर युवाओं को नसीहत देते हुए कहा है कि वह सरकारी नौकरी के लिए नेताओं के पीछे भागने की जगह पान की दुकान खोलें.
देब ने कहा, ''युवा कई सालों से राजनीतिक दलों के पीछे सरकारी नौकरी के लिए पड़े हैं. वह अपने जीवन काल का अहम समय यहां-वहां दौड़कर सरकारी नौकरी की तलाश में बर्बाद करते हैं. लेकिन अगर यही युवा सरकारी नौकरी तलाश करने की बजाए पान की दुकान लगा ले तो उसके बैंक खाते में अबतक 5 लाख रुपए होते.'' त्रिपुरा के मुख्यमंत्री ने मोदी सरकार की मुद्रा योजना की तारीफ में यह बातें की. यह योजना छोटे कारोबार के लिए लोन मुहैया कराती है.
पकौड़ा पर हो चुका है विवाद
दरअसल रोजगार के मसले पर केंद्र की मोदी सरकार विपक्ष और युवाओं के निशाने पर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोजगार के मसले पर मुद्रा योजना की तारीफ की थी और पकौड़ा का जिक्र किया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक टीवी इंटरव्यू में कहा था कि जो लोग पकौड़ा बेचकर रोजाना 200 रुपये कमा रहे हैं, उन्हें रोजगार संपन्न मना जा सकता है. जिसके बाद विपक्ष ने कहा था कि युवा जॉब मांग रहे हैं और प्रधानमंत्री पढ़े-लिखे युवा को पकौड़ा बेचने के लिए कह रहे हैं.
विवाद के साथ देब का है पुराना नाता
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने पिछले दिनों कहा था कि मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके छात्रों को को सिविल सेवाओं का चयन नहीं करना चाहिए. देब ने अगरतला के प्रज्ञा भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा , ‘‘मैकेनिकल इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि वाले लोगों को सिविल सेवाओं का चयन नहीं करना चाहिए. समाज का निर्माण करना है. सिविल इंजीनियरों के पास यह ज्ञान है ... क्योंकि जो लोग प्रशासन में हैं उनको समाज का निर्माण करना है. ’’
उन्होंने कहा कि पहले कला स्नातक सिविल सेवा परीक्षा में बैठते थे और अब मेडिकल और इंजीनियरिंग स्नातक सेवा में आ रहे हैं. बीजेपी नेता बिप्लब देब कहा कि सिविल सेवा अधिकारी हरफनमौला होने चाहिए क्योंकि ‘‘सभी क्षेत्रों के विशेषज्ञों की सबसे अधिक मांग है. ’’
महाभारत काल में था इंटरनेट
त्रिपुरा के सीएम बिप्लब देव ने पिछले दिनों कहा था कि भारत में महाभारत काल के समय से ही इंटरनेट का इस्तेमाल हो रहा है. उन्होंने कहा कि अमेरिका या किसी अन्य पश्चिमी देश ने नहीं बल्कि भारत ने लाखों सालों पहले इंटरनेट की खोज की थी. बिप्लव देव ने कहा, ''यह वो देश है जिसमें महाभारत में संजय ने धृतराष्ट्र को युद्ध में क्या हो रहा था सब बताया. इसका मतलब है कि उस समय इंटरनेट था, सैटेलाइट थी, तकनीक था. उस जमाने में इस देश में वो तकनीक थी.''
29th April, 2018