लखनऊ, यूरिड न्यूज़। देश ही नहीं विश्व के लोकप्रिय नेता प्रधानमंत्री मोदी कर्नाटक विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी पर जिस तरह से दबंग, नामदार, अहंकारी जैसे तमाम व्यक्तिगत आरोप लगाकर प्रधानमंत्री जैसे पद की गरिमा गिरा रहे है। नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार में यह भूल जाते है कि वह भाजपा के नेता नहीं बल्कि देश के सवा सौ करोड़ जनता के प्रधानमंत्री है। राज्यों के चुनाव में हार जीत होती रहती है लेकिन जिस तरह से नामदार और कामदार की भाषा उपयोग कर रहे है वह आने वाले दिनो में प्रधानसेवक जैसे शब्दों के आरोप का आधार बन जाएगा। मोदी प्रधानमंत्री है और अब हीन भावना से ग्रसित क्यों हैं? बार-बार चुनावी सभाओं में यह कहना कि राहुल नामदार है मैं तो कामदार हूँ, उनके सामने कैसे बैठ सकता हूँ। अच्छे कपड़े कैसे पहन सकता हूँ। यह बातें प्रधानमंत्री जैसे पद को शोभा नहीं देता। राहुल गांधी ने 15 मिनट आमने-सामने बोलने की चुनौती दी थी। प्रधानमंत्री ने स्वीकार भी किया था कि बिना लिखित भाषण के किसी भी भाषा में राहुल गांधी भाषण दें तब मैं जानू। आखिर कर्नाटक चुनाव में राहुल एवं मोदी विकास के एजेंडे पर क्यों नहीं डिबेट करते हैं, व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप क्यों लगाते है?
लखनऊ, यूरिड न्यूज़। देश ही नहीं विश्व के लोकप्रिय नेता प्रधानमंत्री मोदी कर्नाटक विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी पर जिस तरह से दबंग, नामदार, अहंकारी जैसे तमाम व्यक्तिगत आरोप लगाकर प्रधानमंत्री जैसे पद की गरिमा गिरा रहे है। नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार में यह भूल जाते है कि वह भाजपा के नेता नहीं बल्कि देश के सवा सौ करोड़ जनता के प्रधानमंत्री है। राज्यों के चुनाव में हार जीत होती रहती है लेकिन जिस तरह से नामदार और कामदार की भाषा उपयोग कर रहे है वह आने वाले दिनो में प्रधानसेवक जैसे शब्दों के आरोप का आधार बन जाएगा। मोदी प्रधानमंत्री है और अब हीन भावना से ग्रसित क्यों हैं? बार-बार चुनावी सभाओं में यह कहना कि राहुल नामदार है मैं तो कामदार हूँ, उनके सामने कैसे बैठ सकता हूँ। अच्छे कपड़े कैसे पहन सकता हूँ। यह बातें प्रधानमंत्री जैसे पद को शोभा नहीं देता। राहुल गांधी ने 15 मिनट आमने-सामने बोलने की चुनौती दी थी। प्रधानमंत्री ने स्वीकार भी किया था कि बिना लिखित भाषण के किसी भी भाषा में राहुल गांधी भाषण दें तब मैं जानू। आखिर कर्नाटक चुनाव में राहुल एवं मोदी विकास के एजेंडे पर क्यों नहीं डिबेट करते हैं, व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप क्यों लगाते है?
9th May, 2018