पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ती क़ीमतों से आम जनता ही नहीं ‘माननीय’ भी परेशान हैं। कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ती कीमतों से इतना परेशान हैं कि उन्होंने चार वाहन त्यागने का निर्णय ले लिया। दीपक सिंह ने प्रमुख सचिव विधान परिषद को चिठ्ठी लिखकर विधानसभा आने-जाने के लिए बैलगाड़ी के पास की मांग की है।
दीपक की यह चिठ्ठी ऐसे समय में सामने आई है जब देशभर में बढ़ते पेट्रोलियम कीमत का विरोध हो रहा है। दीपक सिंह की यह चिठ्ठी भी विरोध का ही एक अंदाज माना जा रहा है।
देश में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों ने आम लोगों का बजट बिगाड़ कर रख दिया है। पिछले 12 दिनों में डीज़ल का दाम क़रीब तीन रुपए जबकि पेट्रोल का चार रुपए तक महंगा हो गया है। पेट्रोलियम पदार्थों के बढ़ते दाम से रोज़मर्रा के ज़रूरतें के सामान के भाव भी बढ़ रहे हैं। डीजल-पट्रोल के बढ़ते दाम से परेशान कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने प्रमुख सचिव विधान परिषद को चिठ्ठी लिखकर विधान सभा आने जाने के लिए बैलगाड़ी का पास जारी करने की मांग की है। दीपक सिंह मानते हैं, इससे न सिर्फ ट्रैफिक की खराब व्यवस्था सुधरेगी, बल्कि उनके साथी विधायक भी बैलगाड़ी से विधानसभा आ जा सकेंगे।
दीपक सिंह ने अपनी चिठ्ठी में लिखा है, कि ‘बीजेपी सरकार प्रदेश में बढ़ती पेट्रोल व डीज़ल की कीमतों में वृद्धि को रोकने में नाकाम साबित रही है। बेतहाशा वृद्धि एवं उससे निपटने हेतु सुगम यातायात को देखते हुए मुझे विधानभवन आने व जाने हेतु बैलगाड़ी का वर्ष- 2018 का गाड़ी पास जारी करने हेतु सम्बंधित को आदेशित करने का कष्ट करें, जिससे मैं अपने साथ पार्टी के अन्य सदस्यों को भी इस बढ़ती महंगाई के कारण बैलगाड़ी से आवागमन हेतु उपयोग में ला सकूं।’
इससे पहले उत्तर प्रदेश की सत्रहवीं विधानसभा के पहले सत्र के पहले दिन झांसी में गरौठा विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी विधायक जवाहर राजपूत ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा, जब वह बैलगाड़ी पर सवार होकर सदन पहुंचे थे। कैमरों की चकाचौंध के बीच बैलगाड़ी पर आने का कारण पूछने पर विधायक ने बेबाकी से कहा था, ‘मैं किसान हूं। कर्ज माफी के लिए योगीजी को धन्यवाद करना चाहता हूं। किसान होने के नाते बैलगाड़ी में आना मुझे निजी तौर पर पसंद आया। योगीजी ने कर्ज की दलदल में फंसे किसानों के दुखदर्द को समझा। इसके लिए किसान उनका तहेदिल से शुक्रिया अदा करना चाहते हैं।’ हालांकि ये बात अलग है कि बीजेपी के इसी विधायक ने बैलगाड़ी वाले को उसका मेहनताना नहीं दिया। जिसके बाद बैलगाड़ी वाले ने अपना रोना मीडिया वालों के सामने रोया।