लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के बाहर शुक्रवार को बस्ती निवासी महिला लक्ष्मी, उसका बेटा व भतीजा आत्मदाह करने करने के लिए मजबूर हो गये । तीनों ने अपने बदन पर मिट्टीतेल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया, तभी वहां उपस्थित पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोक लिया और समझा-बुझा कर थाने ले गए।
जिला बस्ती में कोतवाली के मोहल्ला कटरा निवासी लक्ष्मी देवी ने लखनऊ के गौतमपल्ली थाने में पहुंचकर बताया कि उसके पति की मौत के बाद उसका पूरा परिवार मिठाई के डिब्बे बनाने का काम करता है। उसके इलाके की एक दबंग महिला ने उसके परिवार के लोगों पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया और अवैध वसूली करनी चाही।
वह पुलिस अधीक्षक बस्ती के कार्यालय गई, जहां उसे मिलने नहीं दिया गया। फिर वह अपर पुलिस महानिरीक्षक से मिलने पहुंची, उनसे भी मुलाकात करने का मौका नहीं मिला। उसने बताया कि इसके बाद वह भतीजे और बेटे के साथ लखनऊ आई। वह मुख्यमंत्री के जनता दरबार में जाना चाहती थी, लेकिन उसे जनता दरबार में जाने से रोक दिया गया। आखिरकार उसने आत्मदाह करने का प्रयास किया। इससे वो बहुत दुखी है तथा अपनी पीड़ा को मुख्यमंत्री तक पाहुचना चाहती है । वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने उसे रोक दिया और वापस बस्ती जाने को कहा।
गौतमपल्ली पुलिस का कहना है कि महिला ने आत्मदाह करने की योजना की उसे कोई पूर्व सूचना नहीं दी थी। वह मुख्यमंत्री कार्यालय में अपनी प्रार्थनापत्र लेकर आई थी और अचानक बाहर निकलकर अपने बदन पर मिट्टीतेल छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास करने लगी।
7th July, 2018