यूरीड मीडिया- शंभू बॉर्डर पर लंबे वक्त से किसान आंदोलन चल रहा है। शनिवार को इसके 200 दिन पूरे हो गए हैं। वहीं शनिवार को किसान बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए और बड़े प्रदर्शन की योजना बना रहे हैं। इस बीच ओलंपियन विनेश फोगाट भी शंभू बॉर्डर पहुंच गई हैं। किसान नेताओं ने विनेश फोगाट का माला पहनाकर स्वागत किया।
इसी पंचायत के दौरान हरियाणा चुनाव को लेकर भी चर्चा हो सकती है, जिसमें विनेश फोगाट भी शामिल हो सकती हैं। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हमारे संकल्प की परीक्षा ले रही है और अभी तक मांगे पूरी नहीं हुई है।
अगर लोग इस तरह सड़कों पर बैठे रहेंगे तो देश प्रगति नहीं करेगा- विनेश फोगाट
विनेश फोगाट ने आंदोलन में कहा, “उन्हें यहां बैठे हुए 200 दिन हो गए हैं। यह देखना दुखद है। वे सभी इस देश के नागरिक हैं। किसान देश चलाते हैं। उनके बिना कुछ भी संभव नहीं है, यहां तक कि एथलीट भी नहीं। अगर वे हमें खाना नहीं खिलाते हैं, हम प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाएंगे। कई बार हम असहाय होते हैं और कुछ नहीं कर पाते। हम इतने बड़े स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करते हैं लेकिन हम अपने परिवार के लिए कुछ नहीं कर पाते। सरकार को उनकी बात सुननी चाहिए। उन्होंने पिछली बार अपनी गलती स्वीकार की थी, उन्हें अपने वादे पूरे करने चाहिए। अगर लोग इस तरह सड़कों पर बैठे रहेंगे तो देश प्रगति नहीं करेगा।”
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार अमृतसर जिले के किसान नेता बलदेव सिंह बग्गा ने दावा किया कि सरकार के साथ संवाद करने के प्रयास विफल रहे हैं। उन्होंने कहा, “किसान संगठनों ने बार-बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह को भी लिखा था, लेकिन उन्हें कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। जैसे ही मोदी अपने कार्यकाल के 11वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं, हमारी मांगों को संबोधित करने के बजाय सरकार किसानों की आवाज़ को दबाना जारी रख रही है।”
इसी वर्ष 13 फरवरी से किसान शंभू बॉर्डर पर धरने पर बैठे हैं। किसानों की मांग एमएसपी की कानूनी गारंटी है। इसके अलावा किसानों की अन्य मांगे भी है।
इसी पंचायत के दौरान हरियाणा चुनाव को लेकर भी चर्चा हो सकती है, जिसमें विनेश फोगाट भी शामिल हो सकती हैं। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हमारे संकल्प की परीक्षा ले रही है और अभी तक मांगे पूरी नहीं हुई है।
अगर लोग इस तरह सड़कों पर बैठे रहेंगे तो देश प्रगति नहीं करेगा- विनेश फोगाट
विनेश फोगाट ने आंदोलन में कहा, “उन्हें यहां बैठे हुए 200 दिन हो गए हैं। यह देखना दुखद है। वे सभी इस देश के नागरिक हैं। किसान देश चलाते हैं। उनके बिना कुछ भी संभव नहीं है, यहां तक कि एथलीट भी नहीं। अगर वे हमें खाना नहीं खिलाते हैं, हम प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाएंगे। कई बार हम असहाय होते हैं और कुछ नहीं कर पाते। हम इतने बड़े स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करते हैं लेकिन हम अपने परिवार के लिए कुछ नहीं कर पाते। सरकार को उनकी बात सुननी चाहिए। उन्होंने पिछली बार अपनी गलती स्वीकार की थी, उन्हें अपने वादे पूरे करने चाहिए। अगर लोग इस तरह सड़कों पर बैठे रहेंगे तो देश प्रगति नहीं करेगा।”
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार अमृतसर जिले के किसान नेता बलदेव सिंह बग्गा ने दावा किया कि सरकार के साथ संवाद करने के प्रयास विफल रहे हैं। उन्होंने कहा, “किसान संगठनों ने बार-बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह को भी लिखा था, लेकिन उन्हें कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। जैसे ही मोदी अपने कार्यकाल के 11वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं, हमारी मांगों को संबोधित करने के बजाय सरकार किसानों की आवाज़ को दबाना जारी रख रही है।”
इसी वर्ष 13 फरवरी से किसान शंभू बॉर्डर पर धरने पर बैठे हैं। किसानों की मांग एमएसपी की कानूनी गारंटी है। इसके अलावा किसानों की अन्य मांगे भी है।
31st August, 2024