यूरीड मीडिया- दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (आप) ने एक और बड़ा वादा कर दिया है। 'आप' के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय में कहा कि चुनाव बाद उनकी सरकार बनी तो ‘संजीवनी योजना’ लॉन्च की जाएगी। इस स्कीम के तहत 60 साल या इससे अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों को मुफ्त इलाज की सुविधा दी जाएगी।
केजरीवाल ने पार्टी मुख्यालय में कहा कि चुनाव बाद उनकी पार्टी की सरकार बनी तो इस स्कीम को पास किया जाएगा। पूर्व सीएम ने कहा, ‘दिल्ली में 60 साल से अधिक उम्र के जितने भी बुजुर्ग हैं उनका मुफ्त इलाज किया जाएगा। चाहे सरकारी अस्पताल में इलाज कराएं या प्राइवेट में पूरा खर्च सरकार देगी। इसमें कोई बीपीएल, एपीएल कोई लिमिट नहीं होगी। गरीब-अमीर सबका इलाज किया जाएगा। खर्च की कोई सीमा नहीं है, जितना भी खर्च आएगा, दिल्ली सरकार देगी।’ केजरीवाल ने योजना के नामकरण को लेकर कहा कि कहा कि रामायण में एक कहानी है, जब लक्ष्मण जी मूर्छित हुए तो हनुमान जी संजीवनी लेकर आए थे।
केजरीवाल ने कहा कि बुजुर्गों ने दिन रात मेहनत करके परिवार और देश को आगे बढ़ाया, इसलिए हमारा फर्ज बनता है कि उनका बुढ़ापे में ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि जैसे जैसे उम्र बढ़ती है 100 बीमारियां घेर लेती हैं। इलाज की चिंता होती है। कई अच्छे परिवारों में भी मां-बाप को तड़पते छोड़ देते हैं।
केंद्र सरकार की स्कीम की काट?
अरविंद केजरीवाल के इस कदम को प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना की काट के तौर पर देखा जा रहा है। हाल ही में केंद्र सरकार ने इस स्कीम के तहत 70 साल से अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों को 5 लाख रुपए की स्वास्थ्य बीमा दी है। दिल्ली में 'आप' सरकार ने प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना को लागू नहीं किया है। भाजपा इसको लेकर हमलावर है और दिल्ली के बुजुर्गों को यह बताने में जुटी थी कि 'आप' सरकार ने उन्हें इस सुविधा से वंचित रखा है।
महिलाओं और ऑटो चालकों के लिए कर चुके ऐलान
इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने अगले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए दो बड़े ऐलान किए हैं। एक तरफ जहां ऑटो चालकों को उनकी मदद के लिए ‘पांच गारंटी’ दी गई तो दिल्ली की महिलाओं को आर्थिक सहायता की घोषणा की गई है। 'आप' ने वादा किया है कि यदि दिल्ली में उनकी सरकार बनी तो हर महिला को 2100 रुपए की मासिक सहायता दी जाएगी।
AAP ‘मुफ्त रेवड़ियों’ पर केंद्रित रखना चाहती है चुनाव
पार्टी एक बार फिर दिल्ली चुनाव में 'मुफ्त रेवड़ियों' को मुख्य मुद्दा बनाने की कोशिश में जुटी है। खुद अरविंद केजरीवाल अपनी हर सभा और पदयात्रा में यह गिनाना नहीं भूलते कि वह जनता को कौन-कौन सी मुफ्त सुविधाएं दे रहे हैं। 200 यूनिट मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी, मुफ्त इलाज जैसी 6 सुविधाओं को वह ‘6 रेवड़ी’ कहते हैं और बताते हैं कि 7वीं रेवड़ी महिलाओं को आर्थिक सहायता के रूप में आ रही है।
सभी सीटों पर उतार चुकी उम्मीदवार
दिल्ली में लगातार चौथी जीत के लिए 'आप' एक तरफ जहां जनता से नए-नए वादे कर रही है तो दूसरी तरफ सबसे पहले उम्मीदवारों की घोषणा भी कर दी है। पार्टी ने सभी 70 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं। 10 साल की एंटी इनकंबेंसी फैक्टर की काट के लिए केजरीवाल ने अपने 20 विधायकों के टिकट भी काट दिए हैं। वहीं मनीष सिसोदिया और राखी बिड़लान जैसे बड़े नेताओं की सीट बदलने में भी संकोच नहीं किया।
केजरीवाल ने पार्टी मुख्यालय में कहा कि चुनाव बाद उनकी पार्टी की सरकार बनी तो इस स्कीम को पास किया जाएगा। पूर्व सीएम ने कहा, ‘दिल्ली में 60 साल से अधिक उम्र के जितने भी बुजुर्ग हैं उनका मुफ्त इलाज किया जाएगा। चाहे सरकारी अस्पताल में इलाज कराएं या प्राइवेट में पूरा खर्च सरकार देगी। इसमें कोई बीपीएल, एपीएल कोई लिमिट नहीं होगी। गरीब-अमीर सबका इलाज किया जाएगा। खर्च की कोई सीमा नहीं है, जितना भी खर्च आएगा, दिल्ली सरकार देगी।’ केजरीवाल ने योजना के नामकरण को लेकर कहा कि कहा कि रामायण में एक कहानी है, जब लक्ष्मण जी मूर्छित हुए तो हनुमान जी संजीवनी लेकर आए थे।
केजरीवाल ने कहा कि बुजुर्गों ने दिन रात मेहनत करके परिवार और देश को आगे बढ़ाया, इसलिए हमारा फर्ज बनता है कि उनका बुढ़ापे में ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि जैसे जैसे उम्र बढ़ती है 100 बीमारियां घेर लेती हैं। इलाज की चिंता होती है। कई अच्छे परिवारों में भी मां-बाप को तड़पते छोड़ देते हैं।
केंद्र सरकार की स्कीम की काट?
अरविंद केजरीवाल के इस कदम को प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना की काट के तौर पर देखा जा रहा है। हाल ही में केंद्र सरकार ने इस स्कीम के तहत 70 साल से अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों को 5 लाख रुपए की स्वास्थ्य बीमा दी है। दिल्ली में 'आप' सरकार ने प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना को लागू नहीं किया है। भाजपा इसको लेकर हमलावर है और दिल्ली के बुजुर्गों को यह बताने में जुटी थी कि 'आप' सरकार ने उन्हें इस सुविधा से वंचित रखा है।
महिलाओं और ऑटो चालकों के लिए कर चुके ऐलान
इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने अगले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए दो बड़े ऐलान किए हैं। एक तरफ जहां ऑटो चालकों को उनकी मदद के लिए ‘पांच गारंटी’ दी गई तो दिल्ली की महिलाओं को आर्थिक सहायता की घोषणा की गई है। 'आप' ने वादा किया है कि यदि दिल्ली में उनकी सरकार बनी तो हर महिला को 2100 रुपए की मासिक सहायता दी जाएगी।
AAP ‘मुफ्त रेवड़ियों’ पर केंद्रित रखना चाहती है चुनाव
पार्टी एक बार फिर दिल्ली चुनाव में 'मुफ्त रेवड़ियों' को मुख्य मुद्दा बनाने की कोशिश में जुटी है। खुद अरविंद केजरीवाल अपनी हर सभा और पदयात्रा में यह गिनाना नहीं भूलते कि वह जनता को कौन-कौन सी मुफ्त सुविधाएं दे रहे हैं। 200 यूनिट मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी, मुफ्त इलाज जैसी 6 सुविधाओं को वह ‘6 रेवड़ी’ कहते हैं और बताते हैं कि 7वीं रेवड़ी महिलाओं को आर्थिक सहायता के रूप में आ रही है।
सभी सीटों पर उतार चुकी उम्मीदवार
दिल्ली में लगातार चौथी जीत के लिए 'आप' एक तरफ जहां जनता से नए-नए वादे कर रही है तो दूसरी तरफ सबसे पहले उम्मीदवारों की घोषणा भी कर दी है। पार्टी ने सभी 70 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं। 10 साल की एंटी इनकंबेंसी फैक्टर की काट के लिए केजरीवाल ने अपने 20 विधायकों के टिकट भी काट दिए हैं। वहीं मनीष सिसोदिया और राखी बिड़लान जैसे बड़े नेताओं की सीट बदलने में भी संकोच नहीं किया।
18th December, 2024