
राजेन्द्र द्विवेदी, यूरीड मीडिया - देश में अमेरिका से 'डंकी रुट' के जरिए गए युवाओं को अमेरिका हथकड़ी और बेड़ी लगाकर सैन्य विमान से भारत भेज रहा है। यह गंभीर और चिंता का विषय है। इस पर सियासत भी हो रही है। राहुल गांधी सहित पूरा विपक्ष हथकड़ी लगाकर भेजे जा रहे युवाओं को मोदी सरकार की विफलता बता रहे हैं, जबकि विदेश मंत्री सहित सरकार के सभी नेता कह रहे हैं कि 2009 से ऐसे ही लोग अमेरिका से भेजे जा रहे हैं।
लेकिन मूल समस्या पर चर्चा नहीं हो रही है कि आखिर घर और ज़मीन बेचकर, लाखों का कर्ज लेकर युवा जान जोखिम में डालकर अमेरिका क्यों जा रहे हैं। पंजाब विश्वविद्यालय की रिपोर्ट काफी चौकाने वाली है, जिसमें बेरोज़गारी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों के हर 13वें परिवार का एक सदस्य विदेश में है। विदेश जाने के लिए 19.38% लोगों ने अपना घर, ज़मीन, सोना बेचा और 56% लोग कर्ज लेकर गए हैं। रिपोर्ट में 35% परिवारों ने जिनके बच्चे विदेश हैं, उनका कहना है कि बेरोज़गारी, कमाई का कोई ज़रिया न होने और भ्रष्ट व्यवस्था के कारण मजबूरी में वे विदेश गए हैं। सर्वाधिक 42% लोग कनाडा जा रहे हैं, जबकि 16% दुबई, 10% ऑस्ट्रेलिया और इसी तरह अन्य देशों में गए हैं। अमेरिका में 3% लोग गए हैं। अमेरिका में कड़े कानून होने के कारण युवा एजेंटों के जाल में फंसकर मुसीबत में पड़ते हैं। केंद्र और पंजाब सरकार को रोजगार पर सबसे अधिक ध्यान देने की जरूरत है। दिल्ली का चुनाव हारने के बाद केजरीवाल के पास अवसर है कि वह रोजगार के मामले में पंजाब को एक मॉडल के रूप में बनाने का प्रयास करें।
लेकिन मूल समस्या पर चर्चा नहीं हो रही है कि आखिर घर और ज़मीन बेचकर, लाखों का कर्ज लेकर युवा जान जोखिम में डालकर अमेरिका क्यों जा रहे हैं। पंजाब विश्वविद्यालय की रिपोर्ट काफी चौकाने वाली है, जिसमें बेरोज़गारी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों के हर 13वें परिवार का एक सदस्य विदेश में है। विदेश जाने के लिए 19.38% लोगों ने अपना घर, ज़मीन, सोना बेचा और 56% लोग कर्ज लेकर गए हैं। रिपोर्ट में 35% परिवारों ने जिनके बच्चे विदेश हैं, उनका कहना है कि बेरोज़गारी, कमाई का कोई ज़रिया न होने और भ्रष्ट व्यवस्था के कारण मजबूरी में वे विदेश गए हैं। सर्वाधिक 42% लोग कनाडा जा रहे हैं, जबकि 16% दुबई, 10% ऑस्ट्रेलिया और इसी तरह अन्य देशों में गए हैं। अमेरिका में 3% लोग गए हैं। अमेरिका में कड़े कानून होने के कारण युवा एजेंटों के जाल में फंसकर मुसीबत में पड़ते हैं। केंद्र और पंजाब सरकार को रोजगार पर सबसे अधिक ध्यान देने की जरूरत है। दिल्ली का चुनाव हारने के बाद केजरीवाल के पास अवसर है कि वह रोजगार के मामले में पंजाब को एक मॉडल के रूप में बनाने का प्रयास करें।
17th February, 2025