लखनऊ -उत्तर प्रदेश सरकार अपने स्लोगन बन रहा है "आज संवर रहा है कल" को सार्थक तो कर ही रही है साथ ही उससे एक कदम और भी आगे बढ़ कर तमिलनाडु और महाराष्ट्र को पीछे छोड़ रही है और यह हुआ है ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि के क्षेत्र में बढ़ रहे हैं रोजगार के क्षेत्रों में जो नरेगा के तहत लोगों को उपलब्ध कराई जा रही है ।
लगातार बढ़ गया प्रतिशत यू पी में
आंकड़े बताते हैं कि उत्तर प्रदेश में सितम्बर 2015 में रोज़गार के अवसर जहाँ 10.20 प्रतिशत था वहीँ अक्टूबर 2015 में यह प्रतिशत बढ़कर 11.08 हो गया यही नहीं यह लगातार बढ़ता रहा नवम्बर 2015 में यह प्रतिशत 11.70 हो गया ।
तमिलनाडु का घटता गया प्रतिशत
तमिलनाडु में सितम्बर 2015 में प्रतिशत 6.50 प्रतिशत था जबकि अक्टूबर में गिर कर 5.80 हो गया जो नवम्बर में और गिरकर -16.40 प्रतिशत हो गया ।
महाराष्ट्र में भी दर्ज की गयी गिरावट
सितम्बर में प्रतिशत 2.5 था अक्टूबर 15 में 3.5 प्रतिशत थी जो नवम्बर 2015 में 0 रही।
राष्ट्रीय स्तर पर क्या रहा प्रतिशत
नेशनल लेवल पर सितम्बर 2015 में ग्रामीण क्षेत्रों में नरेगा के तहत कृषि क्षेत्रों में 2.6 प्रतिशत था जो अक्टूबर 2015 में 2.9 था जबकि नवम्बर 2015 में 2.2 प्रतिशत था।
यह आंकड़े नरेगा के है जो उत्तर प्रदेश के पिछड़े राज्य के धब्बे को धुलने में मदद करते हैं यह आंकड़े सरकार के लिए काफी उत्साहवर्धक हैं ।
27th January, 2016