सरकार की कथनी और करनी में फर्क नहीं
राज्यपाल ने विधान मण्डल के दोनों सदनों के प्रथम सत्र के समवेत अधिवेशन को सम्बोधित किया
लखनऊ: लोकायुक्त मामले में राजभवन और सरकार के बीच तल्खी किसी से छुपी नहीं है यही नहीं उच्चतम न्यायलय ने भी इस मामले में तीकहि टिपण्णी की और संविधान में प्रदत्त अधिकारीं का प्रयोग करते हुए पहली बार लोकायुक्त अपने स्तर से नियुक्त किया जिसमे सरकार से खासी नाराजगी जताई उसकेबावजूद गवर्नर द्वारा अपने भासण में सरकार को कहा की उसकी।कथनीऔर करनी में कोई फर्क नहीं है उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने आज यहां उत्तर प्रदेश विधान मण्डल के वर्ष 2016 के दोनों सदनों के प्रथम सत्र के लिए आहूत एक साथ समवेत अधिवेशन को सम्बोधित किया। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में चल रही राज्य सरकार की प्राथमिकताओं का उल्लेख करते हुए सदस्यों से सरकार को प्रदेश को विकास और खुशहाली के रास्ते पर तेजी से आगे ले जाने में सहयोग देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने जनता की तरक्की के लिए एक ऐसा माहौल तैयार किया है, जहां से प्रगति के अनेक पथ निकलते हैं। सरकार की कथनी और करनी में कोई फर्क नहीं है। आज सभी यह मानते हैं कि राज्य सरकार ने जनता से किए गए लगभग सभी वायदों को पूरा किया है।
29th January, 2016