लखनऊ-ब्लाक प्रमुख के चुनावी दंगल में सत्ता और विपक्ष के लोगों के खीचतान के बीच लोकतंत्र को तक पर रख कर जिस तरह से पूरे प्रदेश में सरकारी मशीनरी द्वारा गुंडई की गई उसका सबसे बड़ा खामियाजा पत्रकारों को ही भुगतना पड़ा अपराधियों के आगे नतमस्तक रहने वाली पुलिस ने भी अपनी स्वामिभक्ति का पूरी तरह से परिचय देते हुए जमकर लाठियां भांजी और जिन जिलों में स्वामिभक्ति पूरी तन्मयता से किया गया वहां के पुलिस अधिकारियों को ट्रांसफर की आंधी से अलग रखा गया।शामली में तो सी एम ने कार्यवाही कर दी लेकिन गोंडा बलरामपुर मामले में चुप्पी साधे रहे।
अगर टाइम्स नाऊ के पत्रकार पर हमला हुआ वहां कार्यवाही की गई यह उस संस्थान की उपलब्धि है लेकिन अपने को बड़े बैनर का दम्भ भरने वाले समाचार पत्र के पत्रकार पर बलरामपुर में जानलेवा हमला हुआ और अभी तक कोई कार्यवाही न करा पाना इस संसथान की अपने कर्मियों के प्रति उदासीनता ही दर्शाता है ।
बलरामपुर मामले में गोंडा के पत्रकारों में रोष
गोण्डा -पड़ोसी जनपद बलरामपुर के गैसड़ी ब्लाक में प्रमुख चुनाव के दौरान पत्रकारों पर हमले की उप्र श्रमजीवी पत्रकार युनियन ने कड़ी निंदा की है। राज्यपाल को सम्बोधित एक मांग पत्र जिलाधिकारी को सौंपकर मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। ज्ञापन में पत्रकारों ने कहा है कि गैसड़ी ब्लाक में कराए गए प्रमुख के चुनाव में उद्यान मंत्री के पुत्र राकेश यादव के इशारे पर उनके गुर्गों द्वारा पत्रकार राकेश सिंह को लाठी डंडों से मारपीट कर गंभीर रुप से घायल कर दिया गया। पूरे चुनाव में गुंडागर्दी हावी रही और सत्ता पक्ष के लोगों ने पत्रकारों पर हमला किया। इससे मीडिया जगत के लोग आहत व आक्रोशित हैं। पत्रकारों ने पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय मजिस्ट्रेटी जांच, मंत्री पुत्र व उनके गुर्गों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने और पत्रकार को सुरक्षा के साथ ही निःशुल्क चिकित्सा सुविधा प्रदान करने की मांग की है। इस मौके पर श्रमजीवी पत्रकार युनियन के जिलाध्यक्ष कैलाश नाथ वर्मा, महामंत्री जानकी शरण द्विवेदी सहित अन्य पत्रकार उपस्थित रहे ।
9th February, 2016