लखनऊ
--
एक तरफ जहां कैराना से लोग पलायन करने पर मजबूर है, तो वही कैराना की बदहाल कानून व्यवस्था के कारण मंगलवार को शामली में रंगदारी न देने पर तीन बदमशों ने दुकान में बैठे एक दवा कारोबारी के ऊपर फायरिंग कर दी। युवक ने काउंटर के नीचे छिपकर किसी तरह अपनी जान बचाई। बाद में इस वारदात के विरोध में व्यापारियों ने बाजार बंद कर हनुमान रोड को जाम कर दिया। तो वही सांसद, विधायक, एमएलसी ने भी इस धरने पर बैठकर इस वारदात का समर्थन किया। बाद में चार दिन में घटना के खुलासे के आश्वासन के बाद व्यापारियों ने जाम खोला।
वारदात
--
- मंगलवार दोपहर शामली के पालिका बाजार में कमल मेडिकल स्टोर पर खुद कमल बैठे थे।
- तभी बाइक सवार तीन बदमाशों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। गोलियां चलते ही कमल काउंटर के नीचे छिप गए। इसके बाद बदमाश असलहा लहराते हुए चले गए।
- बदमाशों के जाते ही इलाके के व्यापारी जुट गए और हंगामा शुरू हो गया।
- व्यापारियों ने पुलिस व सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए हनुमान रोड को जाम कर दिया।
- कमल से एक माह पहले दस लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई थी। धमकी मिलने पर मुकदमा दर्ज कराया गया था।
- एसपी शामली विजय भूषण ने बताया कि कमल के मुकदमे के मामले में पुलिस ने रोहित, सचिन, सुशील और जितेंद्र को जेल भेजा था।
- बाद में कमल ने सचिन के पक्ष में कोर्ट में चिट्ठी दे दी।
- एसपी के मुताबिक जब इस बात की भनक रोहित को लगी तो उसने फोन करके कमल से उसके पक्ष में भी चिट्ठी देने को कहा।
- फैजाबाद जेल में बंद रोहित ने पेशी के दौरान कमल को फोन करके धमकाया।
- आशंका है कि रोहित और उसके साथियों ने दबाव बनाने के लिए ये फायरिंग कराई।
- पुलिस ने एक संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में लिया है।
क्लिक करे--
ये हैं सलमान खान की 11 सबसे बड़ी कंट्रोवर्सी...
अगर आप कोई भी इंटरव्यू देने जा रहे है, तो ऐसे सवाल कभी न करे ...
एडल्ट फिल्म देखने वालों को अब 2 लाख की सैलरी...
--
एक तरफ जहां कैराना से लोग पलायन करने पर मजबूर है, तो वही कैराना की बदहाल कानून व्यवस्था के कारण मंगलवार को शामली में रंगदारी न देने पर तीन बदमशों ने दुकान में बैठे एक दवा कारोबारी के ऊपर फायरिंग कर दी। युवक ने काउंटर के नीचे छिपकर किसी तरह अपनी जान बचाई। बाद में इस वारदात के विरोध में व्यापारियों ने बाजार बंद कर हनुमान रोड को जाम कर दिया। तो वही सांसद, विधायक, एमएलसी ने भी इस धरने पर बैठकर इस वारदात का समर्थन किया। बाद में चार दिन में घटना के खुलासे के आश्वासन के बाद व्यापारियों ने जाम खोला।
--
22nd June, 2016