लखनऊ:-
यूपी में हर दिन कहीं न कहीं डॉक्टरों की लापरवाही देखने को मिल रही है। ताजा मामला है गृहमंत्री राजनाथ सिंह के संसदीय क्षेत्र लखनऊ का जहां के सिविल अस्पताल में पाँचवी कक्षा के छात्र वत्सल की तबीयत खराब होने पर भर्ती कराया गया था लेकिन एक नर्स की लापरवाही के कारण उसकी जान चली गई। परिजनो का आरोप है कि डॉक्टर की गैर मौजूदगी में नर्स ने बच्चे को गलत इंजेक्शन लगा दिया जिससे उसकी मौत हो गई ।
लापरवाही से गई मौसम बच्चे की जान--
- तेलीबाग स्थित खरिका वार्ड के कुम्हार मंडी निवासी संतोष राय के ग्यारह वर्षीय बेटे वत्सल के कुछ दिन पहले खेलते समय पैर में चोट लग गई थी जिसका इलाज चल रहा था।
- सिविल अस्पताल की ओपीडी में भी बच्चे के पैर के इलाज के लिए दवा ली गई थी।
- दवा खाने के बाद पैर में दाने निकलने लगे और सूजन आ गई।
- गुरुवार की शाम को पैर में ज्यादा दिक्कत होने पर सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया।
- पिता संतोष का आरोप है कि बच्चे की हालत में सुधार हो रहा था।
- सुबह अचानक तबीयत बिगड़ने पर डॉक्टर को बुलाने के लिए सिस्टर से कहा लेकिन उन्होंने बच्चे को इंजेक्शन लगा दिया।
- इंजेक्शन लगते ही बच्चे की हालत बिगड़ने लगी और कुछ देर में ही उसकी मौत हो गई।
- चिकित्सा अधीक्षक डॉ.आशुतोष दुबे का कहना है कि बच्चे का इलाज डॉ.अटल कर रहे थे।
- उनके अनुसार बच्चे को डीआइसी बीमारी थी जिसमें खून का थक्का जम जाता है, जिसके कारण बच्चे की मौत हो गई।
- उधर परिजनों का कहना है कि बच्चे को कोई बीमारी नहीं थी तभी उसे भर्ती कर उसका गलत इलाज किया गया जिससे बच्चे की मौत हो गई।
लखनऊ:-
यूपी में हर दिन कहीं न कहीं डॉक्टरों की लापरवाही देखने को मिल रही है। ताजा मामला है गृहमंत्री राजनाथ सिंह के संसदीय क्षेत्र लखनऊ का जहां के सिविल अस्पताल में पाँचवी कक्षा के छात्र वत्सल की तबीयत खराब होने पर भर्ती कराया गया था लेकिन एक नर्स की लापरवाही के कारण उसकी जान चली गई। परिजनो का आरोप है कि डॉक्टर की गैर मौजूदगी में नर्स ने बच्चे को गलत इंजेक्शन लगा दिया जिससे उसकी मौत हो गई ।
यूपी में हर दिन कहीं न कहीं डॉक्टरों की लापरवाही देखने को मिल रही है। ताजा मामला है गृहमंत्री राजनाथ सिंह के संसदीय क्षेत्र लखनऊ का जहां के सिविल अस्पताल में पाँचवी कक्षा के छात्र वत्सल की तबीयत खराब होने पर भर्ती कराया गया था लेकिन एक नर्स की लापरवाही के कारण उसकी जान चली गई। परिजनो का आरोप है कि डॉक्टर की गैर मौजूदगी में नर्स ने बच्चे को गलत इंजेक्शन लगा दिया जिससे उसकी मौत हो गई ।
लापरवाही से गई मौसम बच्चे की जान--
- तेलीबाग स्थित खरिका वार्ड के कुम्हार मंडी निवासी संतोष राय के ग्यारह वर्षीय बेटे वत्सल के कुछ दिन पहले खेलते समय पैर में चोट लग गई थी जिसका इलाज चल रहा था।
- सिविल अस्पताल की ओपीडी में भी बच्चे के पैर के इलाज के लिए दवा ली गई थी।
- दवा खाने के बाद पैर में दाने निकलने लगे और सूजन आ गई।
- गुरुवार की शाम को पैर में ज्यादा दिक्कत होने पर सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया।
- पिता संतोष का आरोप है कि बच्चे की हालत में सुधार हो रहा था।
- सुबह अचानक तबीयत बिगड़ने पर डॉक्टर को बुलाने के लिए सिस्टर से कहा लेकिन उन्होंने बच्चे को इंजेक्शन लगा दिया।
- इंजेक्शन लगते ही बच्चे की हालत बिगड़ने लगी और कुछ देर में ही उसकी मौत हो गई।
- चिकित्सा अधीक्षक डॉ.आशुतोष दुबे का कहना है कि बच्चे का इलाज डॉ.अटल कर रहे थे।
- उनके अनुसार बच्चे को डीआइसी बीमारी थी जिसमें खून का थक्का जम जाता है, जिसके कारण बच्चे की मौत हो गई।
- उधर परिजनों का कहना है कि बच्चे को कोई बीमारी नहीं थी तभी उसे भर्ती कर उसका गलत इलाज किया गया जिससे बच्चे की मौत हो गई।
10th July, 2016