मेरठ:- मेरठ के लिसाड़ी गेट थाना इलाके में 13 साल की एक नाबालिग बच्ची ने गुरुवार को एक बच्चे को जन्म दिया लेकिन इस बच्ची से जन्मे बच्चे के बाद गरीब परिवार में मुसीबतों का पहाड़ सा टूट गया हो। जिसके बाद लड़की के परिजनों ने सरकार से आर्थिक सहायता के लिए और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की गुहार लगाई है। जानकारी के मुताबिक नाबालिग बच्ची के साथ एक 50 वर्षीय युवक ने उसका रेप किया था। जिसके बाद पुलिस ने कार्यवाही कर उसे जेल भेज दिया था। अब पुलिस बच्चे और आरोपी का डीएनए कराकर और अन्य धाराएं जोड़ने की बात कह रही है।
अल्ट्रासॉउन्ड से पता चला की वह गर्भवती है--
- मेरठ के लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के मेवगढ़ी मोहल्ले में नाजिम अपने परिवार के साथ रहता है।
- नाजिम के घर के सामने ही अनीस नाम का 50 साल का शख्स भी अपने परिवार के साथ रहता था और दोनों परिवारों में आना जाना था।
- नाजिम की लड़की अनीस को बड़े पापा कहकर बुलाती थी और अनीस के घर दीनी तालीम लेने जाती थी।
- बच्ची की मां ने बताया कि कुछ माह पहले उसकी बेटी की तबीयत खराब हो गई थी और उसे पेट में दर्द की शिकायत थी और उल्टियां हो रही थीं।
- परिजनों ने पहले बच्ची को डॉक्टर को दिखाया तो उसे दवायें दे दी गईं, लेकिन उसके बाद बाद भी आराम नहीं मिला तो उन्होंने लड़की का अल्ट्रासाउंड कराया और उसके बाद जो रिपोर्ट सामने आई उससे सभी सन्न रह गए।
- अल्ट्रासॉउन्ड रिपोर्ट में नाबालिग लड़की पांच माह की गर्भवती निकली थी।
मौका-ए-वारदात का सच--
- परिजनों ने लड़की से पूछताछ की तो जो सच सामने आया उसने सब को शर्मसार कर दिया।
- बच्ची ने बताया कि उसके पड़ोस में रहने वाला अनीस ने उसे अपने घर में जबरन उसके साथ बलात्कार किया और साथ ही बच्ची को धमकी देते हुए कहा कि अगर बात सार्वजनिक की तो उसे और उसके परिवार को जान से मार देगा।
- बच्ची डर गई और उसके इसी डर का फायदा उठाते हुए अनीस लंबे समय से उसके साथ संबंध बनाता रहा।
- उधर, चार माह पूर्व पुलिस ने मामले में अभियोग पंजीकृत कर आरोपी को पकड़ कर जेल भेज दिया था।
- जब बच्ची के घरवालों ने लड़की के गर्भपात की बात कही तो पुलिस ने मामला कोर्ट में चलने की बात कहकर लड़की के घरवालों को उसका गर्भपात कराने की अनुमति नहीं दी।
- इस तरह नौ महीने बीत गए और लड़की को प्रसव पीड़ा हुई, जिसके बाद उसे मेडिकल में भर्ती कराया गया जहां ऑपरेशन के बाद उसने एक बेटे को ज़न्म दिया.
- फिलहाल, नवजात बच्चे को लड़की के एक रिश्तेदार ने गोद ले लिया है. लड़की के परिजनों ने बताया कि उनकी आर्थिक स्थिति इतनी खराब है कि वो लड़की की दवाइयों का खर्च भी नहीं उठा सकते।
- उन्होंने सरकार से आर्थिक सहायता की मांग की है और जेल में बन्द आरोपी को कम से कम फांसी की सजा दिए जाने की मांग की है. लड़की अपने परिजनों के साथ अपने रिश्तेदारों के घर में है।
29th July, 2016